बिहार के जमुई जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां सदर प्रखंड के अचहरी गांव निवासी मजदूर टेनी मांझी के बैंक खाते में 10 खरब 1 करोड़ 35 लाख 6 हजार रुपये अचानक जमा हो गए। ये खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई और हर कोई हैरान रह गया।

टेनी मांझी फिलहाल राजस्थान के जयपुर में प्लंबिंग का काम करते हैं। मंगलवार को उन्होंने जब पेफोन ऐप के माध्यम से अपने खाते का बैलेंस चेक किया तो वह रकम देखकर सन्न रह गए। रकम निकालने की कोशिश की तो पता चला कि बैंक ने खाता फ्रीज कर दिया है।
पहले मुंबई में मजदूरी, अब जयपुर में संघर्ष
टेनी मांझी के पिता कालेश्वर मांझी ने बताया कि टेनी पहले मुंबई में मजदूरी करता था और वहीं कोटक महिंद्रा बैंक में उसका खाता खुलवाया गया था। वर्तमान में वह जयपुर में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता है। उनके मुताबिक, कुछ दिन पहले उन्होंने इलाज के लिए बेटे से पैसे मांगे थे, लेकिन जब पैसे नहीं मिले तो खाते की जानकारी ली गई और चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई।
“पैसे से कोई लेना-देना नहीं, आवास योजना का हक चाहिए”
टेनी मांझी के पिता कालेश्वर मांझी ने साफ कहा कि “हमारा इस पैसे से कोई लेना-देना नहीं है। ये पैसा जिसके भी हैं, उसे मिल जाए। लेकिन हमें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ आज तक नहीं मिला, बस वो मिल जाए।”
इस वक्त टेनी मांझी के परिवार की ईमानदारी की मिसाल दी जा रही है। उनके पास न कोई राजनीतिक पहुंच है, न संपत्ति, सिर्फ मेहनत और संघर्ष की कहानी है। परिवार में कुल 12 सदस्य हैं — पिता-पुत्र दोनों के छह-छह बच्चे — और आज तक मजदूरी कर जैसे-तैसे गुज़ारा करते आ रहे हैं।
जांच में जुटा बैंक और प्रशासन
खाते में इतनी बड़ी राशि कहां से आई, इसकी जांच की जा रही है। कोटक महिंद्रा बैंक ने खाता फ्रीज कर सुरक्षा कारणों से सारे लेन-देन रोक दिए हैं। प्रशासन और बैंक अधिकारियों ने भी मामले को गंभीरता से लिया है।