जमशेदपुर : जिला समाहरणालय सभागार में डीसी कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में हुई यातायात एवं सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जुलाई माह के सड़क हादसों की गंभीर तस्वीर सामने आई। समीक्षा में पाया गया कि बीते एक माह में जिले में 24 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 11 लोगों की मौत और 16 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। मृतकों में से 9 ने हेलमेट नहीं पहना था, जबकि 16 घायलों में 5 की जान हेलमेट पहनने से बची।

डीसी ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए “नो हेलमेट-नो पेट्रोल” अभियान को सख्ती से लागू करने और ट्रैफिक पुलिस को जांच अभियान तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
बैठक में मानगो इलाके के ट्रैफिक जाम की समस्या पर भी चर्चा हुई। डीसी ने कहा कि एमजीएम अस्पताल के शिफ्ट होने के बाद जाम की स्थिति में एंबुलेंस व अन्य आकस्मिक सेवाओं पर असर पड़ सकता है, इसलिए सिटी एसपी, डीटीओ और ट्रैफिक एसपी को विस्तृत कार्ययोजना बनाकर ट्रैफिक प्लान प्रस्तुत करने को कहा।
इसके अलावा, एनएच-33 के होटल सिटी इन और डिमना चौक के पास स्थित दो ब्लैक स्पॉट पर उठाए गए सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई। डीसी ने इन स्थानों को ब्लैक स्पॉट की सूची से हटाने के लिए घूमावदार मोड़ों पर स्लाइडिंग बैरियर, पर्याप्त रोशनी और अन्य सुरक्षात्मक कदम तुरंत लागू करने के निर्देश दिए।
हिट एंड रन के 35 लंबित मामलों में से इंश्योरेंस कंपनी में फंसे 9 मामलों को इस माह सेटल कराने और अन्य में शीघ्र मुआवजा भुगतान सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए।
जुलाई माह में यातायात नियमों की अवहेलना पर 345 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए गए और विभिन्न उल्लंघनों पर 18 लाख 38 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। इस दौरान 6848 नए ड्राइविंग लाइसेंस भी बनाए गए, जिनमें 6112 पुरुष और 736 महिलाएं शामिल हैं।
बैठक में रूरल एसपी ऋषभ गर्ग, डीडीसी नागेंद्र पासवान, एडीसी भगीरथ प्रसाद, डीटीओ धनंजय, धालभूम एसडीओ चंद्रजीत सिंह, घाटशिला एसडीएम सुनील चंद्र, ट्रैफिक डीएसपी नीरज समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।