देश के करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए आने वाला साल महंगाई की नई मार लेकर आ सकता है। रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vi) जैसी बड़ी टेलीकॉम कंपनियां 2026 में मोबाइल रिचार्ज प्लान की कीमतों में बड़ा इजाफा कर सकती हैं। अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 4G और 5G दोनों तरह के मोबाइल प्लान की कीमतें 16 से 20 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं। इसका सीधा असर प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों ग्राहकों पर पड़ेगा।

रिपोर्ट के अनुमान के अनुसार, मौजूदा समय में जो 299 रुपये का लोकप्रिय रिचार्ज प्लान है, उसकी कीमत बढ़कर 347 से 359 रुपये के बीच पहुंच सकती है। इसी तरह अन्य शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म प्लान भी महंगे हो सकते हैं। यह बढ़ोतरी कंपनियों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है, क्योंकि इससे वित्तीय वर्ष 2027 में उनकी कमाई और मुनाफे में इजाफा होगा। खासतौर पर प्रति ग्राहक औसत कमाई यानी ARPU (Average Revenue Per User) में तेज बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
मॉर्गन स्टैनली की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछली बार की गई कीमत बढ़ोतरी से भारती एयरटेल को सबसे ज्यादा फायदा हुआ था। एयरटेल की कमाई और मार्जिन अन्य कंपनियों की तुलना में बेहतर रहे। इस बार भी अनुमान लगाया जा रहा है कि सबसे अधिक लाभ एयरटेल को ही होगा। वहीं वोडाफोन आइडिया जैसे छोटे खिलाड़ी जियो और एयरटेल के फैसलों पर नजर बनाए हुए हैं और उसी के अनुसार अपनी रणनीति तय करेंगे।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में टेलीकॉम कंपनियां तीन बार रिचार्ज की कीमतें बढ़ा चुकी हैं। साल 2019 में 15 से 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई थी। इसके बाद 2021 में 20 से 25 प्रतिशत और फिर 2024 में 10 से 20 प्रतिशत तक दाम बढ़ाए गए। कंपनियों का तर्क है कि 5G नेटवर्क के विस्तार और भविष्य की तकनीकों में भारी निवेश के चलते कीमतें बढ़ाना जरूरी हो गया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंपनियां धीरे-धीरे सस्ते प्लान खत्म कर रही हैं और ओटीटी सब्सक्रिप्शन जैसे फायदे महंगे प्लान से जोड़ रही हैं, ताकि ग्राहक उच्च कीमत वाले प्लान चुनें। फिलहाल देश में 5G कवरेज 90 प्रतिशत तक पहुंच चुका है और आने वाले वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सेवाओं पर जोर बढ़ेगा। अनुमान है कि 2032 तक ARPU 370 से 390 रुपये तक पहुंच सकता है। ऐसे में साफ है कि आने वाले समय में मोबाइल सेवाएं और महंगी हो सकती हैं।