जमशेदपुर: जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में छात्रों की सुविधा के लिए खोला गया प्रज्ञा केंद्र अब छात्रों की जेब काटने का अड्डा बन गया था। बीते एक महीने से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद छात्र संघ ने केंद्र का भंडाफोड़ कर दिया और शनिवार को हंगामे के बीच प्रज्ञा केंद्र को बंद करा दिया गया।

छात्रों की शिकायत थी कि ज़ेरॉक्स के नाम पर 3 रुपये प्रति पेज, आठ पेज के लिए 40 रुपये और चार पासपोर्ट फोटो के 50 रुपये वसूले जा रहे थे। इस मामले की खुद जांच करने पहुंचे छात्र नेताओं ने जब कर्मचारियों से जवाब मांगा तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
छात्र नेताओं के अनुसार, एक महिला कर्मचारी ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी और उलझने लगी। माहौल गरमाया तो वरिष्ठ छात्र नेता मौके पर पहुंचे और काफी हंगामा हुआ। स्थिति को देखते हुए कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य अनिल चंद्र पाठक और प्रो. सुभाष चंद्र समेत अन्य अधिकारी पहुंचे, जिसके बाद प्रज्ञा केंद्र कर्मी अपना सामान समेटकर मौके से निकल गए।
युवा जदयू के छात्र नेता हेमंत पाठक ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“प्रज्ञा केंद्र छात्रों की मदद के लिए खोला गया था, लेकिन यहां तो कर्मचारी छात्रों को लूटने और धमकाने का काम कर रहे थे। छात्र संघ ने जब विरोध किया, तो महिला कर्मचारी ने उल्टा छेड़छाड़ का आरोप और धमकी देनी शुरू कर दी।”
उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी कॉलेज प्राचार्य को दी जा चुकी है और उनसे अनुरोध किया गया है कि पूरे जिले में जहां-जहां प्रज्ञा केंद्र आवंटित हुए हैं, उनकी सघन जांच कराई जाए। दोषी पाए जाने पर उनका आईडी तत्काल रद्द किया जाए।
इस दौरान मौके पर छात्र नेता साहेब बागती, शुभम राज, जगदीप सिंह, अर्जुन कुमार, टिंकू कुमार, दीपक कुमार सहित कई छात्र मौजूद थे। छात्रों की मांग है कि कॉलेज परिसर में किसी भी प्रकार की सेवा तभी दी जाए, जब उसका मूल्य पारदर्शी और नियम के अनुरूप हो।
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस प्रकरण पर कितनी तेज़ी से कार्रवाई करता है।