पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर के बिरसानगर थाना क्षेत्र स्थित जोन नंबर-11 निवासी कृष्णा महतो का शव जादूगोड़ा थाना क्षेत्र में नदी किनारे से बरामद किया गया। शव की स्थिति देखकर पुलिस ने आशंका जताई कि उसकी हत्या की गई है, क्योंकि मृतक के हाथ-पांव बंधे हुए थे। पुलिस ने इस मामले में कृष्णा के चाचा राजेश महतो, मुकेश मुर्मू और आसिफ अंसारी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

मामले की जांच में सामने आया कि कृष्णा ने कथित तौर पर अपनी चाची का नहाते समय एक आपत्तिजनक वीडियो बना लिया था और उसे ब्लैकमेल कर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बना रहा था। एक दिन शराब पीने के दौरान कृष्णा ने यह वीडियो अपने चाचा राजेश को दिखाया और धमकी दी कि यदि उसकी बात नहीं मानी गई तो वह वीडियो वायरल कर देगा।
इससे आक्रोशित होकर राजेश ने अपने मित्रों आसिफ और मुकेश के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 12 अगस्त की रात कृष्णा को गाड़ी में बैठाकर शराब पिलाई गई। जब वह नशे में धुत हो गया, तो उसके हाथ-पांव बांध दिए गए और उसे लुपुंगडीह पुल से नदी में फेंक दिया गया। कृष्णा के लापता होने के बाद परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद उसके भाई प्रकाश महतो ने बिरसानगर थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई। 16 अगस्त को जादूगोड़ा थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली, जिसकी पहचान कृष्णा महतो के रूप में की गई।