जमशेदपुर: शहर के मानगो छोटा पुल पर रविवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक युवती ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवती पुल पर लगी सुरक्षा जाली को फाड़कर ऊपर चढ़ चुकी थी और कूदने ही वाली थी। उसी दौरान वहां से गुजर रहे कुछ राहगीरों की नजर उस पर पड़ी। उन्होंने तुरंत सूझबूझ और हिम्मत दिखाते हुए युवती को पकड़ लिया और काफी मशक्कत के बाद उसे नीचे उतारा। इस तरह युवती की जान बचाई जा सकी।

जानकारी के मुताबिक, युवती जुगसलाई की रहने वाली बताई जा रही है। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती को अपने संरक्षण में ले लिया। पुलिस ने बताया कि फिलहाल युवती की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही है। हालांकि उसने आत्महत्या का कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। युवती से पूछताछ कर कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
मानगो छोटा पुल पर यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार इस पुल से कूदकर आत्महत्या की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुल पर जाली लगाई गई थी, लेकिन बावजूद इसके लोग जाली को फाड़कर आत्मघाती कदम उठाने का प्रयास कर रहे हैं। इस वजह से यह पुल आत्महत्या की घटनाओं का नया हॉटस्पॉट बन गया है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पुल पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है। वहां लगातार पुलिस गश्ती और सीसीटीवी निगरानी बढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही शहर में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता अभियान चलाना बेहद जरूरी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि समाज में बढ़ते तनाव, बेरोजगारी, पारिवारिक कलह और मानसिक अवसाद जैसी समस्याएं आत्महत्या की प्रवृत्ति को जन्म देती हैं। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते परिवार और समाज मिलकर ऐसे लोगों की पहचान करें और उन्हें काउंसलिंग व सहयोग उपलब्ध कराएं।
यह घटना एक बार फिर प्रशासन और समाज के सामने सवाल खड़ा करती है कि आखिर कब तक ऐसे हादसों को केवल रोकने की कोशिश होती रहेगी और कब तक युवाओं को आत्महत्या की ओर धकेलने वाले कारणों पर ठोस कदम उठाए जाएंगे।