जमशेदपुर : बिष्टुपुर थाना अंतर्गत गुरुद्वारा के पास कारोबारी साकेत अग्रवाल से 30 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को आरोपी को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद उसे शहर के लिए रवाना किया गया। पुलिस ने बताया कि बुधवार तक आरोपी को शहर लाया जाएगा। इसके साथ ही आरोपी के पास से लूट की गई भारी राशि भी बरामद कर ली गई है। इस मामले में अब तक कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुख्य आरोपी से की जा रही गहन पूछताछ से पूरे गिरोह की गतिविधियों का खुलासा होने की संभावना है।

जानकारी मिली है कि यह पूरी साजिश बिष्टुपुर की एक लॉजिस्टिक कंपनी में कार्यरत कर्मचारी ने रची थी। आरोपी कर्मचारी अक्सर कारोबारी साकेत अग्रवाल को रुपये से भरा बैग लेकर एचडीएफसी बैंक जाते-आते देखता था। यही मौका उसने अपने आपराधिक इरादों के लिए चुना। आरोपी ने कुछ अपराधी प्रवृत्ति के युवकों के साथ मिलकर साकेत अग्रवाल से लूट की योजना बनाई। करीब एक सप्ताह तक कारोबारी की रेकी की गई। उसके रूट, दिनचर्या और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष नजर रखी गई ताकि लूट को अंजाम देने की पूरी तैयारी हो सके।
पुलिस ने बताया कि साजिशकर्ता और उसके सहयोगियों ने योजना के तहत कारोबारी के सुरक्षित पल-पल की जानकारी इकट्ठा की। लूट की घटना को अंजाम देने के लिए पूरी तैयारी के साथ अपराधी सक्रिय हुए थे। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए पूरे गिरोह की जांच शुरू कर दी थी। अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें इस योजना के मुख्य साजिशकर्ता को भी शामिल किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। उनसे सख्ती से पूछताछ करने पर पूरे गिरोह की पहचान होने की उम्मीद है। इसके अलावा गिरोह में शामिल अन्य संदिग्धों की जानकारी भी जुटाई जा रही है ताकि उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। फिलहाल पुलिस ने लूट की गई रकम भी आरोपी के कब्जे से बरामद कर ली है।
पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी से पूरे गिरोह का नेटवर्क उजागर होगा। इसके अलावा भविष्य में ऐसे संगठित अपराधों की रोकथाम में भी मदद मिलेगी। पुलिस जल्द ही मामले की पूरी जांच रिपोर्ट जनता के समक्ष प्रस्तुत करेगी। साथ ही अधिकारियों ने यह भी कहा कि मामले में नए तथ्य उजागर होते रहेंगे और आवश्यकतानुसार और गिरफ्तारी भी की जा सकती है।