जमशेदपुर : नवरात्र और दुर्गा पूजा के समापन के साथ ही शहर में बुधवार को भव्य विसर्जन जुलूस निकाले जाएंगे। इस दौरान शहर के कई इलाकों में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। भीड़ और ट्रैफिक जाम की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस ने विशेष सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था की तैयारी की है। प्रशासन ने जानकारी दी है कि शहर के 72 स्थानों पर बेरिकेडिंग, स्लाइड गेट और ड्रॉप गेट लगाए जा रहे हैं, ताकि विसर्जन जुलूस के दौरान भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो।

इन रास्तों पर रहेगा नियंत्रण
विसर्जन जुलूस को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से निकालने के लिए कई प्रमुख मार्गों को अस्थायी रूप से बंद किया जाएगा। इनमें गोलमुरी, बारीडीह, कदमा, साकची, सोनारी और बिष्टुपुर जैसे इलाके शामिल हैं। खासकर वे सड़कें जो सीधे विसर्जन स्थल तक जाती हैं, वहां आम वाहनों की आवाजाही को रोका जाएगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे पहले से ही अपनी यात्रा की योजना बना लें और जिन सड़कों पर रोक लगाई जा रही है, वहां जाने से बचें।
वैकल्पिक व्यवस्था और बस सेवाएं
लंबी दूरी की बस सेवाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। बुधवार को लंबी दूरी की बसें शहर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगी। इसके बजाय यात्रियों को शहर के बाहरी हिस्सों में बनाए गए अस्थायी बस स्टैंड से बसें पकड़नी होंगी। प्रशासन का मानना है कि इस व्यवस्था से शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और जुलूस निकालने में आसानी होगी।
मुख्य विसर्जन स्थल
ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन ने बताया कि शहर के प्रमुख विसर्जन स्थल कपाली, डोबो, सुभाष मैदान, सोनारी, सीतारामहेरा, बारीडीह और कदमा होंगे। इन जगहों पर प्रतिवर्ष हजारों की भीड़ जुटती है। इसी वजह से यहां सुरक्षा बल की विशेष तैनाती की जा रही है। साथ ही, जलमार्गों पर भी अतिरिक्त चौकसी बरती जाएगी, ताकि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे धैर्य और संयम बनाए रखें तथा पुलिस और ट्रैफिक विभाग द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। लोगों को सलाह दी गई है कि वे जिन रास्तों पर बेरिकेडिंग लगाई गई है, वहां भीड़ न लगाएं और आवश्यकता पड़ने पर वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करें। साथ ही, प्रशासन ने यह भी कहा है कि घर से निकलने से पहले लोग ट्रैफिक व्यवस्था की जानकारी जरूर ले लें, जिससे उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
सामूहिक जिम्मेदारी
दुर्गा पूजा और विसर्जन का पर्व शहर में उत्साह और आस्था का प्रतीक है। इस दौरान भक्तिमय माहौल के साथ भीड़-भाड़ भी स्वाभाविक है। ऐसे में हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह प्रशासन और पुलिस का सहयोग करे। ट्रैफिक नियमों और प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पालन करने से न केवल जाम से राहत मिलेगी बल्कि त्योहार भी शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में संपन्न होगा।