जमशेदपुर सोनारी में नवमी की रात उपद्रव : उपद्रवियों ने पूजा पंडाल के पास मचाया उत्पात, कई कारों के शीशे तोड़े

जमशेदपुर : दुर्गा पूजा की रौनक के बीच बुधवार देर रात सोनारी थाना क्षेत्र अंतर्गत खूंटाडीह स्थित कलिंगा दुर्गा पूजा पंडाल के पास उपद्रव की बड़ी घटना सामने आई। नवमी की रात जहां शहर भर में श्रद्धालु माता की आराधना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में व्यस्त थे, वहीं कुछ असामाजिक तत्वों ने शराब के नशे में हुड़दंग मचाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उपद्रवियों ने अचानक पंडाल के आसपास पत्थरबाजी शुरू कर दी और कई वाहनों को निशाना बनाया। इस दौरान कम से कम चार से पांच कारों के शीशे पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।

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स्थानीय लोगों ने बताया कि इस घटना के पीछे खूंटाडीह के ही रहने वाले बदमाश सूरज गोराई और सुमित उर्फ कल्लू समेत उनके साथी शामिल थे। ये युवक इलाके में पहले से ही बदनाम हैं और अक्सर नशे की हालत में असामाजिक गतिविधियों को अंजाम देते देखे जाते रहे हैं। आरोप है कि इन पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं और ये जेल की हवा खा चुके हैं, बावजूद इसके क्षेत्र में इनकी दबंगई कम नहीं हुई है। नवमी की रात इन्होंने फिर से अपनी हरकतों से लोगों को दहशत में डाल दिया।

 

घटना की सूचना मिलते ही सोनारी थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पंडाल परिसर और आसपास के इलाकों का मुआयना किया तथा स्थानीय लोगों से पूछताछ की। हालांकि उपद्रवी घटना के बाद मौके से फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने पहचान कर उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया तेज कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि इलाके की शांति व्यवस्था बिगाड़ने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

इस घटना से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश देखा गया। पूजा पंडाल के आयोजकों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि दुर्गा पूजा जैसे धार्मिक उत्सव में उपद्रव फैलाने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। नागरिकों का कहना है कि जिस तरह असामाजिक तत्व लगातार सक्रिय रहते हैं और आए दिन नशे की हालत में मारपीट या तोड़फोड़ करते हैं, उससे आम लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

 

वहीं, पुलिस सूत्रों का कहना है कि इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और उपद्रवियों की गतिविधियों की पुष्टि की जा रही है। यदि जरूरत पड़ी तो विशेष टीम गठित कर छापेमारी की जाएगी।

 

दुर्गा पूजा जैसे बड़े त्योहार में जहां पूरा शहर भक्ति और उल्लास में डूबा है, ऐसे समय में इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं बल्कि सामाजिक सौहार्द्र को भी आघात पहुंचाती हैं। सोनारी की इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि नशे की गिरफ्त में आए कुछ युवक पूरे इलाके की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी तेजी से आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाती है।