जमशेदपुर: झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में पार्टी के कई बड़े और प्रभावशाली नेताओं के नाम शामिल हैं, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को इस बार प्रचार अभियान से पूरी तरह दूर रखा गया है। पिछले विधानसभा चुनावों में हिमंता बिस्वा सरमा भाजपा के प्रमुख सह-प्रभारी रहे थे और उन्होंने झारखंड में कई क्षेत्रों में पार्टी के लिए जोरदार प्रचार किया था।

सूत्रों के अनुसार, भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा जारी इस सूची में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे ऊपर है। शिवराज सिंह पिछले विधानसभा चुनाव में झारखंड के प्रभारी भी रहे थे और इस बार भी वे प्रचार की अगुवाई करेंगे। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव, अन्नपूर्णा देवी, संजय सेठ, बिश्वेश्वर टुडू, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माजी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जैसे दिग्गजों को भी शामिल किया गया है।
प्रदेश स्तर पर झारखंड भाजपा के शीर्ष नेताओं को भी प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। इनमें प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, चंपाई सोरेन, और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नाम शामिल हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हिमंता बिस्वा सरमा का नाम सूची से गायब होना भाजपा की रणनीति में एक बड़ा संकेत हो सकता है। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार स्थानीय नेतृत्व और संगठनात्मक मजबूती पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करना चाहती है। वहीं, असम के मुख्यमंत्री का झारखंड प्रचार से दूर रहना उत्तर-पूर्व के चुनावी व्यस्तता और राष्ट्रीय स्तर की जिम्मेदारियों से भी जुड़ा हो सकता है।
घाटशिला सीट पर भाजपा और झामुमो-कांग्रेस गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि इस बार प्रचार अभियान को पूरी तरह जमीनी स्तर पर संगठित करने की तैयारी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि बिना हिमंता बिस्वा सरमा जैसे स्टार प्रचारक के भाजपा घाटशिला में कितना दम दिखा पाती है।