जमशेदपुर में छठ पूजा की तैयारी जोरों पर, नदी घाटों को मॉडल छठ घाट के रूप में किया जा रहा विकसित

जमशेदपुर : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा नजदीक आ चुका है और इसे लेकर लौहनगरी जमशेदपुर में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। हर साल की तरह इस बार भी जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी (जेएनएसी) शहर के विभिन्न नदी घाटों को साफ-सुथरा और आकर्षक बनाने में जुटी हुई है। इस बार जेएनएसी की ओर से कई प्रमुख घाटों को मॉडल छठ घाट के रूप में विकसित किया जा रहा है, ताकि छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

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स्वर्णरेखा नदी छठ घाट, दौमुहानी नदी छठ घाट और भोजपुर नदी छठ घाट सहित अन्य प्रमुख घाटों को मॉडल घाट के रूप में विकसित किया जा रहा है। घाटों पर दीवारों और किनारों पर की जा रही आकर्षक पेंटिंग लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गई है। इन पेंटिंग्स में भगवान सूर्य देव, छठी मइया और स्वच्छता के संदेशों को खूबसूरती से उकेरा जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य धार्मिक आस्था के साथ-साथ स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना है।

 

जेएनएसी के नगर आयुक्त कृष्णा कुमार और सिटी मैनेजर ज्योति पुंज ने खुद भी पेंटिंग में हिस्सा लिया, जिससे पेंटिंग करने वाले स्थानीय कलाकारों का उत्साह और बढ़ गया। नगर आयुक्त ने बताया कि “हमारा प्रयास है कि इस वर्ष छठ व्रतियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और घाटों का वातावरण स्वच्छ, सुरक्षित व आकर्षक बना रहे।”

 

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) की टीम तैनात की जाएगी। वहीं, महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए घाटों पर चेंजिंग रूम बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, घाटों की नियमित सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और बैरिकेडिंग का काम भी तेजी से किया जा रहा है।

 

जेएनएसी ने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि पर्व के दौरान घाटों की साफ-सफाई और सुरक्षा में कोई लापरवाही न हो। वहीं, स्थानीय लोग भी प्रशासन के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं।