रिम्स में स्वास्थ्य मंत्री का अचानक निरीक्षण, दवाओं की किल्लत पर भड़के—अस्पताल प्रशासन को कड़ी चेतावनी

रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को राजधानी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स (RIMS) का बिना पूर्व सूचना के औचक निरीक्षण किया। सुबह-सुबह मंत्री के अचानक पहुंचने से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने विभिन्न वार्डों, आपातकालीन विभाग और फार्मेसी का जायजा लिया। इसी क्रम में जब वे अस्पताल की फार्मेसी पहुंचे तो मरीजों और परिजनों ने शिकायत की कि कई जरूरी दवाएं उपलब्ध नहीं होतीं, जिससे उन्हें बाहर की दुकानों से महंगे दामों पर दवाएं खरीदनी पड़ती हैं।

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मरीजों की बात सुनते ही मंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने मौके पर ही रिम्स अधीक्षक और संबंधित अधिकारियों को तलब किया और दवाओं की आपूर्ति में लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाई। मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकारी अस्पताल में दवाओं की कमी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधीक्षक को निर्देश दिया कि 24 घंटे के भीतर सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और मरीजों को मुफ्त मिलने वाली दवाओं की आपूर्ति में किसी भी तरह की बाधा नहीं आनी चाहिए।

 

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने अस्पताल में अन्य व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने गंदगी, भीड़-भाड़ और कई वार्डों में अव्यवस्था देखकर नाराजगी जताई। मंत्री ने कहा कि रिम्स जैसे राज्य के प्रमुख अस्पताल में सुविधाओं की स्थिति बेहतर होनी चाहिए, क्योंकि यहां न सिर्फ राजधानी के बल्कि पूरे झारखंड और आस-पास के राज्यों के मरीज इलाज करवाने आते हैं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि वार्डों की नियमित सफाई, बेड की उपलब्धता, उपकरणों की कार्यशीलता और डॉक्टरों-नर्सों की उपस्थिति की सख्त निगरानी की जाए।

 

स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि रिम्स की सुविधाओं को आधुनिक बनाने और मरीजों की समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार जल्द ही कई सुधारात्मक कदम उठाएगी। निरीक्षण के बाद मंत्री के सख्त रुख से अस्पताल प्रशासन में हलचल तेज हो गई है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में रिम्स की स्वास्थ्य सेवाओं में ठोस सुधार देखने को मिल सकता है।