कोलकाता में लियोनल मेसी के इवेंट में अव्यवस्था, ममता बनर्जी ने मांगी माफी, जांच के आदेश

कोलकाता में आयोजित अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुई अव्यवस्था को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर ट्वीट करते हुए लियोनल मेसी और देश-विदेश के सभी खेल प्रेमियों से इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए खेद जताया। उन्होंने कहा कि कोलकाता में मेसी के इवेंट के दौरान मिसमैनेजमेंट देखकर उन्हें गहरा आघात लगा है।

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ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में लिखा कि इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है, जो आयोजन के दौरान हुई लापरवाही और अव्यवस्था की जांच करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना से उन्हें व्यक्तिगत रूप से दुख पहुंचा है और वे इसके लिए माफी मांगती हैं।

 

गौरतलब है कि अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी करीब 14 साल बाद भारत पहुंचे हैं। शनिवार देर रात वे कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां उनके साथ उरुग्वे के प्रसिद्ध स्ट्राइकर लुईस सुआरेज और अर्जेंटीना के मिडफील्डर रोड्रिगो डी पॉल भी मौजूद थे। तीनों खिलाड़ी रात लगभग 2:30 बजे कोलकाता पहुंचे, जहां उनका स्वागत किया गया।

 

इसके बाद सुबह करीब 11 बजे लियोनल मेसी ने कोलकाता में अपने 70 फीट ऊंचे स्टैच्यू का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस खास मौके पर बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान भी मौजूद रहे, जिससे कार्यक्रम को लेकर फैंस में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।

 

कार्यक्रम के बाद तीनों फुटबॉल सितारे सॉल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे, जहां हजारों की संख्या में मौजूद फैंस उन्हें देखने के लिए उमड़े थे। हालांकि, स्टेडियम में तीनों खिलाड़ी मात्र 22 मिनट तक ही रुके और इसके बाद वहां से रवाना हो गए। खिलाड़ियों के जल्दी निकल जाने से नाराज फैंस का गुस्सा भड़क उठा।

 

स्थिति बिगड़ते देख स्टेडियम में मौजूद कुछ दर्शकों ने हंगामा शुरू कर दिया। नाराज फैंस ने स्टैंड से बोतलें और कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षा बलों को हालात संभालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

 

इस घटना के बाद राज्य सरकार और आयोजन समिति की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की माफी और जांच समिति के गठन के बाद अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जांच में क्या सामने आता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।