जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। लिट्टी चौक से नेशनल हाईवे-33 तक बनने वाले बहुप्रतीक्षित पुलिया (सिग्नेचर ब्रिज) का निर्माण कार्य बुधवार से विधिवत रूप से शुरू हो गया है। लगभग चार किलोमीटर लंबे इस पुल के बन जाने से शहर की एनएच-33 से सीधी कनेक्टिविटी स्थापित होगी, जिससे यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार आने की उम्मीद है। खासकर भारी वाहनों की आवाजाही के कारण लगने वाले जाम और लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर भी प्रभावी नियंत्रण संभव होगा।

इस पुल की परिकल्पना पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में की गई थी। उस समय इसे एक विशेष पहचान देने के उद्देश्य से “सिग्नेचर ब्रिज” का नाम दिया गया था। तत्कालीन विधायक सरयू राय द्वारा इसका शिलान्यास भी किया गया था, लेकिन विभिन्न कारणों से यह महत्वाकांक्षी परियोजना वर्षों तक अधर में लटकी रही। इससे क्षेत्र के लोगों में निराशा और असंतोष का माहौल बना हुआ था।
विधानसभा चुनाव के बाद जमशेदपुर पूर्वी से विधायक बनीं पूर्णिमा साहू ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और विधानसभा में इसे प्रमुखता से उठाया। उनके लगातार प्रयासों के बाद पथ निर्माण विभाग ने इस परियोजना को हरी झंडी दी और बुधवार से निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत कर दी गई। करीब 49 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह पुल सीधे एनएच-33 पर भिलाई पहाड़ी के पास जोड़ा जाएगा, जिससे शहर के विभिन्न हिस्सों से हाईवे तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा।
विधायक पूर्णिमा साहू ने निर्माण कार्य को लेकर विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट और सख्त निर्देश दिए हैं कि इस दौरान किसी भी मकान या अतिक्रमण को नहीं तोड़ा जाए। उन्होंने बताया कि स्वीकृत डीपीआर में भी इस बात का स्पष्ट उल्लेख है, इसलिए आम जनता को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। विधायक ने यह भी भरोसा दिलाया कि तय समय-सीमा के भीतर, यानी 18 माह में पुल निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
निर्माण कार्य शुरू होने की खबर मिलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पुल न केवल यातायात की समस्या को दूर करेगा, बल्कि पूर्वी जमशेदपुर के विकास को भी नई गति देगा। व्यापार, उद्योग और रोजगार के अवसर बढ़ने की भी उम्मीद जताई जा रही है। कुल मिलाकर, यह पुल जमशेदपुर पूर्वी के लिए विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।