जमशेदपुर: जमशेदपुर पुलिस ने ₹50,000 के इनामी और कुख्यात अपराधी निशार हसन उर्फ निशु को गिरफ्तार कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी को शहर की सड़कों पर पैदल मार्च कराकर आम जनता को यह संदेश देने की कोशिश की कि कानून से बड़ा कोई नहीं और अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। यह पहल न सिर्फ शहर में कानून का डर स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि अपराधियों के हौसले तोड़ने वाला भी है।

बहरीन से गिरफ्तारी, दिल्ली एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन जांच के दौरान पकड़ाया
मानगो थाना क्षेत्र में 27 अगस्त 2023 को पवन यादव की हत्या के मुख्य आरोपी निशार हसन की गिरफ्तारी दिल्ली एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन जांच के दौरान हुई, जब वह बहरीन से भारत लौटा। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। इस दौरान यह भी सामने आया कि वह बहरीन में रहते हुए भी अपने गिरोह के जरिए जमशेदपुर में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिलवा रहा था।
तकनीकी निगरानी और गृह मंत्रालय के सहयोग से मिली सफलता
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने तकनीकी निगरानी और गृह मंत्रालय की मदद से लुक आउट सर्कुलर जारी कराया था। यह जमशेदपुर पुलिस का पहला मामला है जिसमें किसी इनामी अपराधी को लुक आउट नोटिस के जरिए गिरफ्तार किया गया हो।
अमरनाथ गिरोह को बड़ा झटका
निशार हसन की गिरफ्तारी को अमरनाथ गिरोह के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, जो लंबे समय से जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में हत्या, रंगदारी, बमबारी और फायरिंग जैसी घटनाओं में संलिप्त रहा है। निशार की गिरफ्तारी के बाद गिरोह की गतिविधियों पर लगाम लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
शहर में कराया गया पैदल मार्च, जनता में बढ़ा भरोसा
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को एसएसपी कार्मायलय ले जाने वक्त अचानक पुलिस की गाड़ी ख़राब होने पर अपराधी को मानगो पायल सिनेमा से लेकर MGM हस्पताल तक पैदल मार्च कराते हुए ले जाया गया। यह दृश्य लोगों के लिए चौंकाने वाला और राहत भरा था। कई जगह में लोग सड़कों पर जमा हो गए और पुलिस की इस सख्ती की सराहना की। आम जनता ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से कानून के प्रति विश्वास मजबूत होता है और अपराधियों के मन में भय पैदा होता है।