चांडिल डैम का जलस्तर खतरे के करीब, 10 फाटकों से छोड़ा जा रहा पानी; तटीय गांवों में बाढ़ का खतरा

चांडिल: चांडिल क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार मूसलधार बारिश के कारण स्थिति गंभीर होती जा रही है। मंगलवार सुबह चांडिल डैम का जलस्तर 180.20 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान के बिल्कुल करीब माना जाता है। इसके मद्देनज़र डैम प्रशासन को जलप्रबंधन के तहत डैम के कुल 10 फाटकों को और अधिक खोलना पड़ा है।

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अब डैम से कुल 1814 क्यूसेक पानी स्वर्णरेखा नदी में छोड़ा जा रहा है। जल निकासी की प्रक्रिया के तहत चार फाटकों को ढाई-ढाई मीटर और छह को दो-दो मीटर तक खोला गया है, जिससे नदी में जलप्रवाह अचानक तेज हो गया है। इसका असर नदी किनारे बसे गांवों पर पड़ सकता है, जहां जलभराव और बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।

गौरतलब है कि सोमवार को डैम का जलस्तर 179.90 मीटर था, और सभी फाटक दो-दो मीटर खुले थे। लेकिन लगातार बारिश के चलते पिछले 24 घंटों में जलस्तर में 30 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। जल संसाधन विभाग हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है।

प्रशासन ने स्वर्णरेखा नदी के किनारे बसे गांवों के लिए एहतियाती अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही, आपदा प्रबंधन विभाग को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैयारी तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, स्वर्णरेखा नदी के आसपास न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और यदि आवश्यकता पड़ी, तो त्वरित राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ कर दिए जाएंगे। स्थानीय लोगों से संयम और सतर्कता बरतने की अपील की गई है, ताकि किसी भी संभावित आपदा की स्थिति में जान-माल का नुकसान रोका जा सके।