अब इलाज के लिए नहीं भागना पड़ेगा बाहर! रांची में बनेगा देश का ‘हीलिंग हब’, RIMS-2 देगा वर्ल्ड क्लास इलाज

रांची: झारखंड की राजधानी रांची में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में जल्द ही क्रांतिकारी बदलाव होने जा रहा है। एशिया के सबसे बड़े और आधुनिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में शुमार RIMS-2 की नींव फरीदाबाद के अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की तर्ज पर रखी जाएगी। यह अस्पताल न केवल झारखंड बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए एक चिकित्सा महाकेंद्र साबित होगा।

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राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने जानकारी देते हुए कहा कि,

“RIMS-2 परियोजना से झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई पहचान मिलेगी। यह सिर्फ एक अस्पताल नहीं, बल्कि हेल्थकेयर में झारखंड की रीब्रांडिंग है। मरीजों को अब इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई नहीं जाना पड़ेगा।”

क्या खास होगा RIMS-2 में?

अत्याधुनिक तकनीक और उपकरण

मल्टी-सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं

रिसर्च और मेडिकल एजुकेशन की सुविधा

अमृता हॉस्पिटल जैसी व्यवस्था और गुणवत्ता

अस्पताल का उद्देश्य:

राज्य के लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना, ग्रामीण इलाकों के मरीजों को सस्ता और सुलभ इलाज देना, और झारखंड को मेडिकल टूरिज्म की दिशा में आगे बढ़ाना।

लोगों की उम्मीदें:

RIMS-2 को लेकर राजधानी के लोगों में खासा उत्साह है। सभी को उम्मीद है कि यह संस्थान बीमारियों से जूझ रहे झारखंडवासियों के लिए एक नई रोशनी की तरह साबित होगा।