जमशेदपुर: झारखंड की दो प्रमुख नदियां — स्वर्णरेखा और खरकई — इन दिनों अपने ‘फुल फॉर्म’ में हैं। लगातार बारिश के कारण इन नदियों का जलस्तर ऐसा उफना कि बागबेड़ा से लेकर पटमदा तक पानी ही पानी नजर आने लगा। लेकिन डरने की बात नहीं, उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर जिला प्रशासन और NDRF की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। राहत और बचाव कार्य पूरे एक्शन मोड में चल रहा है।

बागबेड़ा नया बस्ती में पानी ने जब घरों में दस्तक दी, तो प्रशासन ने भी ‘घर से निकालो, सुरक्षित पहुँचाओ’ ऑपरेशन शुरू कर दिया। NDRF की टीम लोगों को ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है, जबकि प्रखंड स्तर पर अधिकारी जनता की सेवा में जुटे हैं।
पटमदा गांव में एक असहाय विधवा महिला का घर बारिश की भेंट चढ़ गया, लेकिन अंचल अधिकारी ने वहां पहुंचकर न सिर्फ तिरपाल दिया बल्कि प्रशासनिक संवेदना भी दिखाई। यानी “तेज बारिश हो या टूटा घर – प्रशासन है तैयार हर कहर!”
नगर निकाय और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी भी पूरे इलाके में घूम-घूमकर हालात पर नजर रखे हुए हैं। उपायुक्त ने साफ कहा है कि किसी भी हाल में जनहानि नहीं होने दी जाएगी।
जनता से अपील:
कृपया नदी किनारे पिकनिक मनाने मत जाइए, प्रशासन के निर्देशों का पालन करिए और ऊंचे स्थानों पर रहिए। क्योंकि सावधानी में ही सुरक्षा है, और सुरक्षा में ही शांति है।