हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़: 6 श्रद्धालुओं की मौत, 15 घायल; हाई वोल्टेज तार गिरने से मचा हड़कंप

रविवार सुबह हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 6 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए। हादसे के बाद मंदिर परिसर में चीख-पुकार मच गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

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गढ़वाल डिवीजन के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि हादसा भीड़ नियंत्रण में चूक और एक हाई वोल्टेज बिजली के तार के गिरने की वजह से हुआ। जैसे ही तार गिरा, लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे, जिससे धक्का-मुक्की शुरू हो गई और भगदड़ की स्थिति बन गई।

 

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के समय मंदिर परिसर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। बिजली का तार गिरते ही कुछ लोगों को करंट लगने का डर सताया, और लोग जान बचाकर भागने लगे। इसी दौरान कई लोग गिर पड़े और कुचले गए।

 

घायलों को हरिद्वार जिला अस्पताल और ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों की पहचान अभी पूरी तरह नहीं हो पाई है, लेकिन सभी उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से दर्शन के लिए आए थे। राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों को हर संभव उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।

 

मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन पर भीड़ नियंत्रण में लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सावन महीने में हर साल भारी भीड़ होती है, लेकिन इस बार सुरक्षा व्यवस्था अपर्याप्त थी। जांच अधिकारी जल्द ही मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था, बिजली वायरिंग और आपदा प्रबंधन की तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेंगे।