108 एंबुलेंस सेवा की हड़ताल का असर: रांची सदर अस्पताल के गेट पर महिला ने दिया बच्ची को जन्म

रांची: झारखंड की राजधानी रांची के सदर अस्पताल में मंगलवार दोपहर एक मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई, जब एक गर्भवती महिला ने अस्पताल के इमरजेंसी गेट के पास ही बच्ची को जन्म दिया। यह स्थिति राज्य में 108 एंबुलेंस सेवा की चल रही हड़ताल के कारण उत्पन्न हुई, जिससे मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो गया है।

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ई-रिक्शा से पहुंची अस्पताल, गेट पर ही शुरू हुआ प्रसव

प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को परिजनों ने किसी तरह ई-रिक्शा (टोटो) से सदर अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल परिसर तक पहुंचते-पहुंचते महिला की स्थिति गंभीर हो चुकी थी। मुख्य गेट पर तैनात सुपरवाइजर अजीत कुमार और ट्रॉली मैन सुमित खेस ने परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत सहायता की कोशिश की और ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ को बुलाया।

सीढ़ियों पर ही कराया गया सुरक्षित प्रसव

हालात ऐसे बन चुके थे कि महिला को अंदर ले जाना संभव नहीं था। ऐसे में तत्काल अस्पताल से साफ कपड़े मंगवाए गए और सीढ़ियों पर ही अस्थायी घेरा बनाकर वहीं प्रसव की प्रक्रिया शुरू की गई। नर्सों की तत्परता और संवेदनशीलता के चलते मौके पर ही प्रसव कराया गया और बच्ची की गर्भनाल भी काटी गई।

मां और बच्ची दोनों सुरक्षित

प्रसव के बाद जच्चा को लेबर रूम और फिर वार्ड में शिफ्ट किया गया। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार मां और नवजात दोनों की स्थिति अब स्थिर और स्वस्थ है। इस कठिन परिस्थिति में मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों की त्वरित प्रतिक्रिया और मानवीय पहल की सराहना की जा रही है।

प्रशासन और स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल

यह घटना 108 एंबुलेंस सेवा की हड़ताल के कारण उत्पन्न संकट को उजागर करती है। राज्यभर में कई मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सवाल उठता है कि जब आपातकालीन सेवाएं ठप हो जाती हैं, तो आम नागरिकों की जान किसके भरोसे?