नवजात की मौत के बाद भी वेंटिलेटर पर रखने का आरोप, रांची डीसी ने दिए जांच के आदेश

रांची: राजधानी रांची के अरगोड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में नवजात की मौत के बाद भी वेंटिलेटर पर रखने के गंभीर आरोपों को जिला प्रशासन ने संज्ञान में लिया है। मामले को लेकर रांची उपायुक्त कार्यालय द्वारा आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जांच के आदेश दिए गए हैं।

Trulli

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन ने नवजात की मृत्यु होने के बावजूद उसे वेंटिलेटर पर रखा और इलाज के नाम पर उनसे पैसे वसूले। यह मामला मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आने के बाद तेजी से सुर्खियों में आया।

 

रांची डीसी के निर्देश पर एक जांच समिति का गठन किया गया है, जिसमें कार्यपालक दंडाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम को शामिल किया गया है। यह समिति पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच करेगी और निर्धारित समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

डीसी कार्यालय की ओर से कहा गया है कि

“मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी और यदि किसी प्रकार की लापरवाही या धोखाधड़ी सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

 

इस घटना ने रांची के स्वास्थ्य तंत्र और निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने भी अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल जांच समिति घटनास्थल का निरीक्षण कर रही है और परिजनों एवं संबंधित मेडिकल स्टाफ के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन की कार्रवाई से उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में शीघ्र ही सच्चाई सामने आएगी और दोषियों को सजा मिलेगी।