सावन के अंतिम सोमवार से पहले रविवार को मुरादाबाद मंडल शिवभक्ति में डूबा नजर आया। चारों ओर हर-हर महादेव के जयकारे गूंज रहे हैं और हाईवे पर कांवड़ियों की लहरें उमड़ पड़ी हैं। लेकिन इस भीड़ में एक ऐसा दृश्य भी देखने को मिला जिसने हर किसी का ध्यान खींच लिया – एक बहू अपनी सास को कांवड़ में बैठाकर 60 किलोमीटर की यात्रा पर निकली है।

यह अनोखी यात्रा मुरादाबाद शहर में देखी गई, जहां श्रद्धा और रिश्तों की मिसाल पेश करते हुए एक बहू ने सास को कांवड़ में बैठाकर कांवर यात्रा पर निकली। साथ में उसका पति और अन्य श्रद्धालु भी हैं।
बहू का कहना है कि उसका उद्देश्य सिर्फ भगवान शिव की आराधना नहीं, बल्कि सास-बहू के रिश्ते में प्रेम और सम्मान का संदेश देना भी है। उन्होंने कहा, “आजकल सास-बहू के झगड़े आम हैं, लेकिन मैं अपनी सास को मां की तरह मानती हूं। उनके आशीर्वाद के बिना मेरी यात्रा अधूरी होती।”
इस यात्रा को देख लोग उन्हें “श्रवण कुमार” की उपाधि दे रहे हैं, जिनकी भक्ति और सेवा भाव पौराणिक कथाओं में अमर है। पूरा मुरादाबाद शहर शिवमय हो चुका है। जगह-जगह भंडारे, मेडिकल कैंप और शिवभक्तों का स्वागत करते लोग नजर आ रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक, रविवार शाम तक 5 लाख से अधिक कांवड़िए हाईवे और प्रमुख मार्गों से गुजर सकते हैं।
प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात के विशेष इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सहज और सुरक्षित बनी रहे। इस कांवड़ यात्रा में जहां भक्ति की गूंज है, वहीं इस बहू ने रिश्तों की मिठास का नया अध्याय भी जोड़ दिया