जमशेदपुर: चान्हों थाना क्षेत्र में पूर्व की दुश्मनी को लेकर रची गई एक गंभीर साजिश का पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में चान्हों थाना पुलिस ने अनुसंधान के दौरान पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में साबिर खान, नसीम अहमद, नसीहा खातून, विक्की खान और इम्तियाज आलम शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, ये सभी अभियुक्त एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत फर्जी सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने में संलिप्त पाए गए हैं।

पुलिस अनुसंधान में सामने आया है कि अभियुक्त साबिर खान और नसीम अहमद की अपने ही गांव के सद्दाम अंसारी और उसके परिवार से पुरानी दुश्मनी थी। इसी रंजिश का बदला लेने के लिए दोनों ने एक खतरनाक योजना बनाई। योजना के तहत नसीहा खातून को पैसे का लालच देकर तैयार किया गया और उसे झूठा आरोप लगाने के लिए उकसाया गया। अभियुक्तों ने 2 सितंबर को बेड़ो थाना क्षेत्र में एक फर्जी घटनास्थल चिह्नित किया, ताकि मामला विश्वसनीय लगे।
इतना ही नहीं, इस साजिश को मजबूत बनाने के लिए फर्जी गवाह भी खड़े किए गए। इसके बाद बेड़ो थाना में केस संख्या 85/25 के तहत सामूहिक दुष्कर्म का झूठा मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने जब मामले की गहराई से जांच की तो कई विरोधाभास सामने आए, जिससे पूरा षड्यंत्र उजागर हो गया।
अनुसंधान के दौरान यह भी सामने आया कि अभियुक्त साबिर खान बलसोकरा का एक प्रभावशाली व्यक्ति है। उसने अपने सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव का दुरुपयोग कर कांड के अनुसंधान को प्रभावित करने का प्रयास किया और जांच प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न की। हालांकि, पुलिस ने निष्पक्षता से जांच करते हुए साजिश की परतें खोल दीं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पूछताछ के दौरान सभी अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। इस मामले में पीड़ित युवक के पिता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सद्दाम अंसारी के पिता सेराजुद्दीन अंसारी ने आरोप लगाया है कि साबिर खान, नसीम अहमद, एजाजुल रहमान, नसीहा खातून, विक्की खान और इम्तियाज आलम ने उनके परिवार को झूठे केस में फंसाने की साजिश रची और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
पुलिस का कहना है कि मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है और अन्य संलिप्त लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यह मामला न केवल कानून व्यवस्था के दुरुपयोग का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि व्यक्तिगत दुश्मनी किस हद तक जा सकती है।