होमगार्ड भर्ती में शामिल युवती से एंबुलेंस में दुष्कर्म, जांच में जुटी पुलिस

गयाजी में होमगार्ड भर्ती के लिए आई लड़की (26) के साथ एंबुलेंस में गैंपरेप की बात सामने आ रही है। ड्राइवर और टेक्नीशियन पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगा है। दोनों ने गैंगरेप के बाद पीड़िता को अस्पताल पहुंचा दिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 24 जुलाई की है। इसका खुलासा शुक्रवार देर रात हुआ है। लड़की बीएमपी-3 के मैदान में होमगार्ड भर्ती के लिए पहुंची थी। दौड़ते समय बेहोश होकर गिर गई। मौके पर मौजूद एंबुलेंस से उसे अस्पताल भेजा गया। एंबुलेंस में एक भी महिला स्टाफ नहीं थी। रास्ते में ड्राइवर और टेक्नीशियन की नीयत बिगड़ गई।

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पहले चलती एंबुलेंस में टेक्नीशियन ने रेप किया, फिर गाड़ी सुनसान जगह पर रोककर ड्राइवर ने रेप की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद युवती को धमका कर मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करा दिया। पीड़िता ने महिला डॉक्टर को पूरी कहानी बताई। जिसके बाद पुलिस पहुंची। लड़की की बातें सुनकर पुलिस एक्शन में आई। लड़की ने पुलिस को बताया कि, ‘फिजिकल टेस्ट के दौरान मैं चक्कर खाकर गिर गई थी। थोड़ी देर मुझे वहीं बैठाया गया। ग्राउंड में मौजूद एंबुलेंस बुलाई गई। एंबुलेंस के ड्राइवर और टेक्नीशियन ने मुझे अंदर बैठाया।’ 

जानकारी के मुताबिक, भर्ती ग्राउंड से मुख्य मार्ग डोभी-पटना पर एम्बुलेंस पहुंची। तो एंबुलेंस स्टाफ ने गाड़ी रोककर एडमिट कार्ड गले से निकाल लिया। BMP-3 के गेट पर खड़े लोगों से पूछताछ की कि क्या इस पीड़िता का कोई जानने वाला है। लेकिन जब कोई परिचित नहीं मिला, तो एम्बुलेंस अस्पताल के लिए रवाना हो गई। रास्ते में टेक्नीशियन ने बेहोश युवती के साथ इलाज के बहाने गलत हरकत शुरू कर दी। सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने बयान में बताया है कि टेक्नीशियन ने उसके चेहरे पर कोई स्प्रे मारा, जिससे वह पूरी तरह बेहोश हो गई। हालांकि पीड़िता का यह भी कहना है कि उसे थोड़ी बहुत आवाजें सुनाई दे रही थी। इसी दौरान चलती एंबुलेंस में टेक्नीशियन ने दुष्कर्म किया।

इसके बाद गाड़ी सिकरिया मोड़ पर कुछ देर के लिए रुकी, जहां ड्राइवर ने भी पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। पूरी घटना के दौरान पीड़िता बेहोश रही। पीड़िता का कहना है कि बेहोशी की हालत में उसके शरीर के साथ क्या हो रहा था, इसका उसे तनिक भी एहसास नहीं था। सिकरिया मोड़ पर दुष्कर्म के बाद दोनों आरोपियों ने पीड़िता को मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में प्राथमिक इलाज के दौरान जब युवती को होश आया, तो उसे महसूस हुआ कि उसके साथ गलत हुआ है। उसने तुरंत महिला डॉक्टर को इस बारे में बताया। डॉक्टर ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस एक्शन में आई और 24 जुलाई को घटना के दिन करीब 12 बजे दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।