एयर इंडिया ने अहमदाबाद विमान हादसे और सुरक्षा जांच के बाद एक अहम फैसला लिया है। टाटा समूह की इस एयरलाइन ने बुधवार को घोषणा की कि वह जुलाई के मध्य तक बड़े विमानों (वाइडबॉडी) से संचालित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15 प्रतिशत की कटौती करेगी।

एयर इंडिया को हाल के दिनों में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है। ईरानी हवाई क्षेत्र के बंद होने और कुछ देशों में रात के समय उड़ान पर पाबंदी (नाइट कर्फ्यू) जैसे कारणों से उड़ानों में रुकावट आई है। इसके साथ ही, बोइंग 787-8/9 विमानों की सुरक्षा जांच चल रही है, जिसकी वजह से भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर असर पड़ा है। बीते 6 दिनों में एयर इंडिया ने कम से कम 83 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की हैं। एयरलाइन ने बयान में कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा और परिचालन की स्थिरता को प्राथमिकता दी जा रही है।
एयर इंडिया ने अतिरिक्त एहतियात बरतते हुए बोइंग 777 विमानों की भी सख्त सुरक्षा जांच का फैसला किया है। एयरलाइन के अनुसार, उनकी इंजीनियरिंग टीम और पायलट सभी जरूरी सावधानी बरत रहे हैं। एयर इंडिया ने कहा कि जो यात्री इस कटौती से प्रभावित होंगे, उन्हें पहले से जानकारी दी जाएगी। एयरलाइन उन्हें दूसरी उड़ानों में समायोजित करने की कोशिश करेगी। अगर यात्री चाहें तो अपनी यात्रा को रिशेड्यूल कर सकते हैं या टिकट का पूरा पैसा वापस भी ले सकते हैं।
यह कटौती 20 जून तक तुरंत प्रभाव से लागू की जा रही है और जुलाई के मध्य तक जारी रहेगी। एयर इंडिया ने कहा कि यह एक कठिन लेकिन जरूरी फैसला है। एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस मिलकर हर दिन 1000 से ज्यादा उड़ानें संचालित करते हैं। एयर इंडिया ने उन सभी यात्रियों से माफी मांगी है जो इस अस्थायी कटौती से प्रभावित होंगे। एयरलाइन ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही सेवाएं सामान्य कर दी जाएंगी और यात्रियों को बेहतर अनुभव देने की पूरी कोशिश जारी रहेगी।