रांची : झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। सुबह 12:04 बजे कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक अपनी-अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे। कुछ ही देर में दोनों पक्षों के विधायक वेल में पहुंच गए और जमकर शोरगुल किया।

प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने सदन में कहा कि विपक्ष की दो मुख्य मांगें हैं—सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की सीबीआई जांच और आदिवासियों की जमीन वापस करने का मुद्दा। उधर, सत्ता पक्ष के विधायक संविधान की धारा 130 में संशोधन को लेकर नारेबाजी करते रहे।
स्पीकर के बार-बार आग्रह के बावजूद हंगामा थमने का नाम नहीं लिया। स्थिति यह रही कि शून्यकाल के प्रश्न भी पढ़े नहीं जा सके। अंततः स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दिन के 2:00 बजे तक स्थगित कर दी। भोजनावकाश के बाद दोबारा शुरू होने वाली कार्यवाही में सरकार अपने पांच अहम विधेयक पास कराने की कोशिश करेगी। इनमें विश्वविद्यालय अधिनियम, कोचिंग संस्थानों पर नियंत्रण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों से जुड़े विधेयक शामिल हैं।