जमशेदपुर में दुर्गा पूजा मेले में वृद्धा से सोने की चेन छिनी, पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

जमशेदपुर : दुर्गा पूजा को लेकर जहां पूरे जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का दावा पुलिस प्रशासन कर रहा है, वहीं अपराधी लगातार पुलिस की इन तैयारियों की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला साकची थाना क्षेत्र के काशीडीह दुर्गा पूजा मेला का है, जहां शनिवार देर रात भीड़-भाड़ का फायदा उठाकर दो बदमाशों ने एक वृद्धा से सोने की चेन छीन ली और मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पीड़िता चारू दत्ता ने साकची थाना पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई।

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पीड़िता चारू दत्ता, जो बारीडीह की रहने वाली हैं, ने बताया कि वह अपने बेटे के साथ दुर्गा पूजा घूमने निकली थीं। रात लगभग 9.30 बजे वह काशीडीह दुर्गा पूजा पंडाल पहुंचीं। उसी दौरान अचानक एक युवक ने आगे चल रही महिला को धक्का देकर गिराने की कोशिश की और तुरंत ही चारू दत्ता के गले से सोने की चेन झपट ली। इससे पहले कि कोई समझ पाता, वह युवक अपने साथी के साथ भीड़ में गुम हो गया। चारू ने बताया कि यह सोने की चेन उनके बेटे ने हाल ही में खरीदी थी, जिससे उनका भावनात्मक जुड़ाव भी था।

 

घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। चारू दत्ता ने तुरंत अपने बेटे को इसकी जानकारी दी और बाद में साकची थाना जाकर पुलिस से लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि मेले में मौजूद पुलिस कर्मी केवल औपचारिकता निभा रहे थे और उनकी सक्रियता बिल्कुल नजर नहीं आ रही थी।

 

स्थानीय लोगों ने भी इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि दुर्गा पूजा के दौरान हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु और आम लोग पंडालों में जुटते हैं। ऐसे समय में जेबकतरों और चेन स्नैचरों की सक्रियता बढ़ना आम बात है। इसके बावजूद यदि पुलिस अपराधियों पर नकेल नहीं कस पा रही है तो यह उनकी नाकामी को दर्शाता है।

 

उधर, साकची थाना प्रभारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और आरोपियों की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

 

इस घटना के बाद शहरवासियों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब भीड़ का असली दबाव अभी शुरू भी नहीं हुआ है और अपराधी इस तरह की वारदात को अंजाम दे रहे हैं, तो दशहरा और विजयादशमी के दिनों में हालात किस कदर बिगड़ सकते हैं। दुर्गा पूजा जैसे बड़े पर्व में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना पुलिस प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है, लेकिन शुरुआती दिनों में ही चेन स्नैचिंग जैसी वारदातें होना सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहा है।

 

स्थानीय बुद्धिजीवियों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि दुर्गा पूजा के दौरान विशेष गश्त बढ़ाई जाए, पंडालों और मेलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती हो तथा महिलाओं और वृद्धों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन इन वारदातों से सबक लेकर सख्ती दिखाता है या फिर आने वाले दिनों में अपराधियों के हौसले और बुलंद होते हैं।