जमशेदपुर: झारखंड में जीएसटी घोटाले से जुड़े मामलों की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह रांची और जमशेदपुर के कुल नौ ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। इनमें जमशेदपुर के तीन प्रमुख स्थान – कदमा, आदित्यपुर और बिष्टुपुर शामिल हैं, जहां जांच एजेंसी की टीमें छापेमारी कर रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई झारखंड के चर्चित कारोबारी ज्ञान जायसवाल के परिसरों पर की जा रही है। बीते दिनों जीएसटी फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किए गए शिव कुमार देवड़ा से पूछताछ के दौरान ईडी को कई अहम सुराग मिले थे, जिसके आधार पर आज की छापेमारी को अंजाम दिया गया।
ईडी की टीमें फिलहाल संबंधित ठिकानों पर दस्तावेजों की गहन जांच कर रही हैं। माना जा रहा है कि इस घोटाले में करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देन और फर्जी बिलिंग से संबंधित दस्तावेज बरामद हो सकते हैं। इस कार्रवाई से जमशेदपुर के कारोबारी जगत में हड़कंप मच गया है। खासकर बिष्टुपुर और आदित्यपुर के व्यापारियों में बेचैनी देखी जा रही है। कई कारोबारियों ने अपने प्रतिष्ठान समय से पहले बंद कर दिए और कुछ लोग गायब हो गए हैं।
क्या है मामला?
जीएसटी विभाग को लंबे समय से इनपुट मिल रहे थे कि झारखंड के कुछ व्यापारी फर्जी कंपनियों के माध्यम से करोड़ों रुपये का टैक्स घोटाला कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में फर्जी बिलिंग, इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) की हेराफेरी और शेल कंपनियों के माध्यम से बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की बात सामने आई थी। ईडी ने हाल ही में शिव कुमार देवड़ा को गिरफ्तार किया था, जिनसे पूछताछ में ज्ञान जायसवाल सहित अन्य नाम सामने आए। इसके बाद जांच एजेंसी ने कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की और आज सुबह इसे अंजाम दिया। ईडी की कार्रवाई अभी जारी है और देर शाम तक इससे जुड़े कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।