जमशेदपुर के “बैंक ऑफ इंडिया” में 9.56 करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला

जमशेदपुर के बैंक ऑफ इंडिया की कदमा, उलियान और गोहलाडुंग शाखा से 9.56 करोड़ रुपये के गबन मामले में मुख्य आरोपी धीरज कुमार झा को सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत नहीं मिली है। कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था

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इस मामले में धीरज कुमार झा सहित कुल 17 लोगों की गिरफ्तारी तय है। हालांकि, 22 महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

 

बताया जा रहा है कि 9 सितंबर 2020 से 3 अगस्त 2023 के बीच 33 बैंक खातों का दुरुपयोग कर टीडीआर के विरुद्ध लोन और ओवरड्राफ्ट लोन के जरिए यह भारी घोटाला किया गया।

 

इसमें बैंक अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर कुछ खाताधारकों के साथ मिलीभगत की और जनता के पैसे से धोखाधड़ी कर चुनिंदा लोगों को फर्जी तरीके से लोन स्वीकृत कराया।

 

मामले में पुलिस की 22 महीने की जांच के बाद इन आरोपों की पुष्टि हुई है। बैंक के अधिकारी सत्य प्रकाश के बयान पर 18 जुलाई 2023 को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

 

अब कोर्ट के फैसले के बाद सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तय मानी जा रही है। देखना होगा कि कानून का शिकंजा अब कितनी तेजी से कसता देख बैंक मैनेजर ने कोर्ट मे किया आत्मसमर्पण