धनबाद: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोयले की रॉयल्टी और कोयला खदानों की जमीन के एवज में 1 लाख 36 हजार करोड़ की बकाया राशि को लेकर केंद्र सरकार पर एक बार फिर जोरदार हमला बोला है। मंगलवार को धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में झामुमो के 53वें स्थापना दिवस पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बड़ा बयान दिया है। सीएम ने कहा है कि केंद्र सरकार से कोयला रॉयल्टी मद में बकाया राशि की वसूली के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। अपने हक के लिए जरूरत पड़ी, तो खदान भी बंद करायेंगे। उन्होंने कहा कि कोयला रोक देंगे, तो पूरा देश अंधकार में डूब जायेगा।
सोरेन ने कहा कि हमारी धरती की छाती फाड़कर जो कोयला निकाला गया है, उसकी कीमत हम हर हाल में वसूलकर रहेंगे। हम झारखंडियों को पता है कि अगर अधिकार मांगने से नहीं मिलता है तो उसे छीनकर हासिल किया जाता है। राज्य में जिन खदानों से कोयला खनन पूरा हो चुका है, उसकी जमीनें कंपनियां हमें वापस करें। हमें पता चल रहा है कि केंद्र सरकार ऐसी खदानों की जमीन पर मालिकाना हक लेने की कोशिश कर रही है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। ये हमारी जमीनें हैं और हम उसे फिर से वापस लेकर रहेंगे। हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्होंने कोयला मंत्री से साफ कह दिया था कि बकाया 1.36 लाख करोड़ का भुगतान करायें। इस मुद्दे पर राज्य सरकार गंभीर है।