जमशेदपुर : झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद पर रिक्तता को लेकर राज्य सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बीच, कोल्हान विश्वविद्यालय के लिए कुलपति के पद पर डॉ. अंजिला गुप्ता की नियुक्ति की गई है। वहीं प्रो. दिनेश सिंह को नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी का कुलपति नियुक्त किया गया है। वर्तमान में जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता कोल्हान विश्वविद्यालय की कुलपति का जल्द ही पदभार संभालेंगी। राजभवन की ओर से नियुक्ति संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई है।
डॉ शुक्ला मोहंती रह चुकी हैं केयू की पहली महिला कुलपति
यह नियुक्ति न केवल कोल्हान विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देती है, बल्कि डॉ. गुप्ता को इस विश्वविद्यालय की छठी और दूसरी महिला कुलपति के रूप में इतिहास में जगह मिलेगी। इससे पहले, कोल्हान विश्वविद्यालय की चौथी और पहली महिला कुलपति डॉ. शुक्ला मोहंती रह चुकी हैं।
डॉ. अंजिला गुप्ता का अकादमिक सफर
डॉ. अंजिला गुप्ता जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की पहली कुलपति हैं, और उनका शैक्षिक अनुभव बहुत समृद्ध रहा है। इससे पहले, वे छत्तीसगढ़ के घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी की भी कुलपति रह चुकी हैं, जहां उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को नई दिशा दी। हालांकि, जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में डॉ. गुप्ता के कार्यकाल को लेकर कुछ विवाद भी सामने आए हैं। विशेष रूप से कंप्यूटर ऑपरेटर नियुक्ति, संविदा शिक्षक नियुक्ति, पीएचडी और बीएड एडमिशन में गड़बड़ी के मामलों की चर्चा रही है। इसके अलावा, रोस्टर नियमों की अनदेखी कर कुछ बहाली निकाले जाने के बाद उसे रद्द कर फिर से निकाला गया था। इन विवादों के बावजूद डॉ. गुप्ता का शैक्षिक योगदान अहम रहा है।
कोल्हान विश्वविद्यालय के लिए आगामी दिशा
माना जा रहा है कि डॉ. अंजिला गुप्ता का कोल्हान विश्वविद्यालय की कुलपति के रूप में कार्यकाल निश्चित रूप से विश्वविद्यालय के विकास के लिए एक नई दिशा में होगा। वे विश्वविद्यालय को शैक्षिक रूप से और बेहतर बनाने के लिए नए कदम उठा सकती हैं। साथ ही, महिला नेतृत्व के दृष्टिकोण से यह नियुक्ति एक सकारात्मक संदेश देती है। कोल्हान विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में डॉ. गुप्ता के अनुभव और नेतृत्व कौशल का लाभ छात्रों और विश्वविद्यालय कर्मचारियों को मिलेगा। उन्हें उम्मीद है कि वे विश्वविद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार करेंगी और छात्रों के लिए बेहतर अवसरों का सृजन करेंगी।