धनबाद: जिला परिवहन विभाग की बड़ी चूक सामने आई है, जिसने सड़क पर चल रही गाड़ियों की पहचान को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यहां एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर — JH 10 CD 0519 — दो अलग-अलग गाड़ियों को जारी कर दिया गया: एक निजी कार और दूसरी पुलिस विभाग की सिटी हॉक बाइक।

इस ‘जुड़वा नंबर प्लेट’ कांड की पोल तब खुली जब गोविंदपुर टुंडी रोड निवासी राहुल कुमार को पता चला कि उनकी कार के नंबर से मेल खाती एक बाइक, वह भी पुलिस की, सड़कों पर दौड़ रही है। राहुल ने बताया कि उन्होंने कार सभी वैध प्रक्रियाओं का पालन करते हुए खरीदी और पंजीकरण भी कराया। लेकिन जब उन्होंने देखा कि उनकी कार का नंबर पुलिस की बाइक पर भी लगा है, तो वह हैरान रह गए। जांच में पता चला कि यह बाइक उन 50 सिटी हॉक बाइकों में शामिल है, जिन्हें 24 जून को BCCL द्वारा पुलिस विभाग को सौंपा गया था। इनका रजिस्ट्रेशन धनबाद एसएसपी के नाम से हुआ था।
धनबाद डीटीओ दिवाकर सी द्विवेदी ने अपनी सफाई में कहा कि यह गलती हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एजेंसी की है। तकनीकी खामी के चलते बाइक की आरसी पर गलती से कार का नंबर 0519 प्रिंट हो गया, जबकि असल में उसका सही नंबर 0529 था। अब एजेंसी को फटकार लगाई गई है और बाइक को नया पंजीकरण नंबर आवंटित किया जाएगा।
इस मामले ने सिस्टम की लापरवाही पर सवाल खड़ा कर दिया है – जब पुलिस की बाइक भी नंबर झोल में फंस जाए, तो आम लोगों का क्या होगा?