पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने दिखाई सतर्कता, लूट की वारदात को दिया अंजाम देने वाले चार संदिग्धों को पकड़ा

खूंटी: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने मंगलवार को मानवता और सतर्कता की मिसाल पेश की। खूंटी जिले में पूजा-अर्चना के बाद लौटते समय उन्होंने एक बुजुर्ग महिला से हुई लूट की घटना में शामिल चार संदिग्ध युवकों को अपने सुरक्षा कर्मियों की मदद से पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

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घटना उस वक्त हुई जब अर्जुन मुंडा खूंटी स्थित आम्रेश्वर धाम में पूजा-अर्चना कर वापस लौट रहे थे। तभी रास्ते में एक बुजुर्ग महिला ने उनकी गाड़ी को देखकर जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। महिला ने बताया कि कुछ युवकों ने मवेशी चराते वक्त उसके कान से सोने की बाली छीन ली है।

 

महिला की बात सुनते ही अर्जुन मुंडा ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अपने सुरक्षाकर्मियों को सक्रिय किया। सुरक्षाकर्मियों ने बिना देरी किए आरोपित युवकों का पीछा किया और चारों को पकड़ लिया। बाद में उन्हें खूंटी पुलिस के हवाले कर दिया गया। हालांकि पकड़े गए चारों युवकों ने लूट की वारदात में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और आरोपों की सत्यता की पुष्टि की जा रही है।

 

इस घटना ने न केवल अर्जुन मुंडा की तत्परता को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि यदि जनप्रतिनिधि सजग और जिम्मेदार हों, तो समाज में अपराध पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।

 

गौरतलब है कि अर्जुन मुंडा की इस यात्रा के दौरान उनकी पत्नी मीरा मुंडा भी उनके साथ थीं। आम्रेश्वर धाम में पूजा के बाद वे पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा से भी मुलाकात करने गए थे। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। फिलहाल चारों युवकों से पूछताछ की जा रही है।