सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर फैल रही अश्लीलता और भड़काऊ सामग्री को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 25 ओटीटी ऐप्स और वेबसाइट्स को तत्काल प्रभाव से बैन कर दिया है। इन पर ‘सॉफ्ट पोर्न’ और अश्लील व अमर्यादित कंटेंट प्रसारित करने के गंभीर आरोप थे।

इस कार्रवाई की जद में उल्लू, ऑल्ट बालाजी, देसी फ्लिक्स, बिग शॉट्स जैसे कई चर्चित नाम शामिल हैं, जो लंबे समय से ओटीटी के माध्यम से युवाओं को लक्षित कर विवादास्पद वेब सीरीज और वीडियोज़ परोसते आ रहे थे। जांच एजेंसियों की रिपोर्ट में सामने आया कि ये प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप्स के ज़रिए भारतीय संस्कृति के विरुद्ध सामग्री का प्रचार कर रहे थे, जिससे साइबर अपराध और मानसिक प्रदूषण की आशंका बढ़ गई थी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इन ऐप्स को आईटी एक्ट की धारा 67 और 69A के तहत प्रतिबंधित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही, गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर से इन ऐप्स को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “सरकार रचनात्मक स्वतंत्रता के खिलाफ नहीं है, लेकिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर अश्लीलता और सामाजिक मूल्यों को चोट पहुंचाने की छूट नहीं दी जा सकती।” यह फैसला उस समय आया है जब समाज के विभिन्न वर्गों और अभिभावकों द्वारा ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ते अश्लील कंटेंट के खिलाफ शिकायतें तेज़ हो गई थीं।
विशेषज्ञों की राय:
साइबर विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर नैतिक और कानूनी अनुशासन की बहाली संभव हो सकेगी। वहीं, फिल्म व वेब सीरीज के निर्माता अब सेंसरशिप और कंटेंट गाइडलाइंस को लेकर ज्यादा सतर्क होंगे।