प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ का असर रेलवे व्यवस्था पर भी पड़ा है। भारी भीड़ और अव्यवस्था के चलते रेलवे प्रशासन ने बिहार से प्रयागराज जाने वाली कई विशेष ट्रेनों को अगले आदेश तक रद्द कर दिया है। इसके अलावा, कई ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं, जिससे बिहार और दिल्ली से आने-जाने वाले यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे ने रद्द की कई ट्रेनें, यात्री परेशान
रेलवे के इस निर्णय का असर बिहार की करीब 39 ट्रेनों पर पड़ा है। वहीं, दिल्ली की ओर से आने वाली 12397 महाबोधी एक्सप्रेस, 12801 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और 13305 धनबाद-सासाराम इंटरसिटी एक्सप्रेस को भी रद्द कर दिया गया है। यात्रियों के पास सीमित विकल्प ही बचे हैं, जिनमें 13553 आसनसोल-वाराणसी मेमू, 03699 गया-डीडीयू स्पेशल और 12381 पूर्वा एक्सप्रेस शामिल हैं, हालांकि पूर्वा एक्सप्रेस हावड़ा से तीन घंटे देरी से चलेगी। पटना समेत बिहार के कई रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। कई यात्री ट्रेनें फुल होने के कारण स्टेशन पर ही रह गए, जबकि कुछ गुस्साए यात्रियों ने ट्रेनों के शीशे तोड़ दिए। मंगलवार को भी बड़ी संख्या में लोग ट्रेन में चढ़ने से वंचित रह गए थे।
सासाराम में महाजाम
प्रयागराज जाने वालों की भीड़ केवल रेलवे स्टेशनों तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि सड़कों पर भी यातायात प्रभावित हुआ है। सासाराम में राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर सोमवार रात से ही भारी जाम लगा हुआ है, जिसे हटाने के लिए स्थानीय पुलिस लगातार प्रयासरत है। रेलवे पुलिस ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह सतर्क है और भीड़ को संभालने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस समय प्रयागराज में 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं, जबकि सुबह 8 बजे तक 3 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके थे। स्थिति सामान्य होने तक यात्रियों को यात्रा से पहले रेलवे से अपडेट लेने की सलाह दी गई है ताकि किसी असुविधा से बचा जा सके।