एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला क्रिकेट इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज होने वाला है। वजह है भारत और पाकिस्तान का आमने-सामने होना। 1984 में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी और तब से लेकर अब तक 17 संस्करण खेले जा चुके हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब दोनों चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमें खिताबी भिड़ंत में आमने-सामने होंगी। यही कारण है कि यह मुकाबला न केवल रोमांचक होगा बल्कि एशियाई क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक पड़ाव भी साबित होगा।

पाकिस्तान ने 25 सितंबर को खेले गए सुपर-4 मुकाबले में बांग्लादेश को हराकर फाइनल में जगह बनाई। वहीं भारत पहले ही शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताबी जंग में पहुंच चुका था। क्रिकेट पंडितों का मानना था कि इस बार फाइनल में भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत देखने को मिलेगी और यह भविष्यवाणी अब सच साबित हो चुकी है।
अगर रिकॉर्ड्स की बात करें तो भारत एशिया कप का सबसे सफल देश रहा है। टीम इंडिया ने अब तक 8 बार खिताब अपने नाम किया है। 1984, 1988, 1990–91, 1995, 2010, 2016 (टी20), 2018 और 2023 में भारत ने एशिया कप जीता है। इसके अलावा भारत तीन बार (1997, 2004 और 2008) उपविजेता भी रहा है। इस फाइनल के साथ भारत 12वीं बार एशिया कप का खिताबी मुकाबला खेलेगा।
दूसरी ओर पाकिस्तान की झोली में अब तक सिर्फ दो खिताब आए हैं। पाकिस्तानी टीम ने साल 2000 और 2012 में जीत दर्ज की थी, जबकि 1986, 2014 और 2022 (टी20) में वह उपविजेता रही। दिलचस्प बात यह है कि भारत और पाकिस्तान कई बार एशिया कप में भिड़े जरूर हैं, लेकिन फाइनल में कभी आमना-सामना नहीं हुआ। यही इस साल के टूर्नामेंट का सबसे बड़ा ट्विस्ट है।
श्रीलंका को भी एशिया कप का मजबूत दावेदार माना जाता है। उसने 6 बार (1986, 1997, 2004, 2008, 2014 और 2022) खिताब जीता है। एशिया कप का इतिहास विवादों और राजनीतिक कारणों से रद्द होने वाले आयोजनों का भी गवाह रहा है। 1986 में भारत ने टूर्नामेंट का बहिष्कार किया था, जबकि 1990-91 में पाकिस्तान ने भाग नहीं लिया था। यहां तक कि 1993 का एशिया कप पूरी तरह रद्द करना पड़ा था।
2009 से एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) और आईसीसी (ICC) ने टूर्नामेंट को नई संरचना दी और इसे हर दो साल में आयोजित करने का फैसला किया। 2016 से फॉर्मेट को भी बदल-बदलकर खेला जाने लगा – कभी वनडे तो कभी टी20। इसी वजह से 2016, 2022 और अब 2025 का एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला जा रहा है।
28 सितंबर को जब भारत और पाकिस्तान दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में आमने-सामने होंगे, तो यह सिर्फ एक फाइनल मुकाबला नहीं बल्कि एशिया कप के 41 साल के इतिहास का सबसे बड़ा क्षण होगा। करोड़ों दर्शक इस टक्कर को देखने के लिए बेताब हैं। यह भिड़ंत सिर्फ खिताब जीतने की नहीं बल्कि एशियाई क्रिकेट में वर्चस्व स्थापित करने की लड़ाई भी होगी।