भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से सकुशल वापसी, लखनऊ में जश्न का माहौल

नई दिल्ली: भारत को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक और गौरव प्राप्त हुआ है। भारतीय वायुसेना के अधिकारी रहे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की एक्सिओम मिशन-4 (Axiom-4) से सकुशल धरती पर वापसी हो गई है। इस ऐतिहासिक मिशन का हिस्सा बनने के बाद, 18 दिन तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर बिताकर वे सुरक्षित रूप से स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के ज़रिए समुद्र में उतरे, जहां से उन्हें और अन्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रिकवरी व्हीकल में लाया गया।

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लखनऊ में खुशी का माहौल

शुभांशु की वापसी की खबर मिलते ही उनके लखनऊ स्थित घर में जश्न का माहौल छा गया। परिजनों और शुभचिंतकों ने मिठाइयां बांटीं और एक-दूसरे को बधाई दी। पूरे मोहल्ले में गर्व और खुशी की लहर दौड़ गई।

युवाओं के लिए प्रेरणा

शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है। भारतीय वायुसेना से लेकर अंतरिक्ष विज्ञान तक का यह सफर दिखाता है कि दृढ़ निश्चय, प्रशिक्षण और समर्पण से असंभव भी संभव हो सकता है।

निजी अंतरिक्ष मिशन में भारत की भागीदारी

Axiom-4 एक निजी क्षेत्र का अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन है, जो व्यावसायिक अंतरिक्ष यात्रा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए आयाम खोल रहा है। इस मिशन में भारत की भागीदारी यह दर्शाती है कि देश अब न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष अभियान में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवा रहा है।

ISRO और भारत के लिए नई संभावनाएं

शुभांशु की यह यात्रा भविष्य में ISRO और Gaganyaan जैसे अभियानों के लिए भी प्रेरणास्पद साबित हो सकती है। इससे देश के युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान की ओर आकर्षित करने और भारत को स्पेसफेयरिंग नेशन बनाने की दिशा में बल मिलेगा।