मेटा ने मंगलवार को भारत में ‘इंस्टाग्राम टीन अकाउंट्स’ फीचर की शुरुआत करने की घोषणा की है। यह फीचर खासतौर पर किशोरों के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे हानिकारक कंटेंट और अनचाही मैसेजिंग जैसी समस्याओं से बचाव किया जा सके। किशोरों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स ऑटोमेटिक रूप से हाई सेफ्टी सेटिंग्स पर रहेंगे, जिससे उनकी प्राइवेसी और सुरक्षा बढ़ेगी। माता-पिता को भी अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने का अधिकार मिलेगा।
मेटा ने कहा कि उम्र की पुष्टि के लिए सख्त नियम लागू किए जाएंगे, ताकि कोई गलत उम्र दर्ज कर प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग न कर सके। यदि कोई यूजर गलत उम्र दर्ज करता है, तो उसे अतिरिक्त वेरिफिकेशन से गुजरना होगा। पिछले महीने, भारत सरकार ने डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण नियमों का मसौदा जारी किया था। इसमें नाबालिग यूजर्स को सोशल मीडिया अकाउंट बनाने के लिए माता-पिता की सहमति अनिवार्य करने का प्रस्ताव है। इसी के तहत मेटा ने यह फीचर शुरू किया है।
माता-पिता को मिलेगी अधिक नियंत्रण की सुविधा
- सेटिंग्स बदलने के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी होगी।
- माता-पिता 16 साल से कम उम्र के किशोरों के संपर्कों की निगरानी कर सकेंगे।
- इंस्टाग्राम पर बिताए जाने वाले समय की सीमा तय कर सकेंगे।
- रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक ‘स्लीप मोड’ एक्टिव रहेगा, जिससे नोटिफिकेशन म्यूट रहेगा।
प्राइवेट मोड रहेगा डिफॉल्ट सेटिंग
- 16 साल से कम उम्र के सभी नए यूजर्स का अकाउंट डिफॉल्ट रूप से प्राइवेट रहेगा।
- अनजान लोग बिना अनुमति के अकाउंट को फॉलो नहीं कर सकेंगे और कंटेंट नहीं देख पाएंगे।
- आपत्तिजनक शब्दों को छिपाने के लिए ‘हिडन वईस’ फीचर डिफॉल्ट रूप से ऑन रहेगा।
- 60 मिनट तक एप का उपयोग करने के बाद किशोरों को ब्रेक लेने के लिए नोटिफिकेशन मिलेगा।
मेटा का कहना है कि इंस्टाग्राम टीन अकाउंट्स फीचर किशोरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और माता-पिता की चिंताओं को दूर करने के लिए लाया गया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि किशोर केवल सुरक्षित और सकारात्मक डिजिटल अनुभव का ही हिस्सा बनें।