जमशेदपुर के परसुडीह थाना अंतर्गत बामनगोड़ा स्थित राधा कृष्ण मंदिर क्षेत्र में शनिवार दोपहर एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। बामनगोड़ा की रहने वाली दुर्गा सिन्हा (17) ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय घर पर कोई मौजूद नहीं था, जिसका फायदा उठाकर किशोरी ने यह दर्दनाक कदम उठा लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दुर्गा सिन्हा अपने कमरे में अकेली थी। उसने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर दुपट्टे के सहारे फांसी लगा ली। परिजनों के अनुसार, दुर्गा का भाई काम के सिलसिले में बाहर गया हुआ था। शाम को जब वह घर लौटा तो उसने अपनी बहन को फोन किया, लेकिन फोन का कोई जवाब नहीं मिला। कई बार कॉल करने के बाद भी जब संपर्क नहीं हो सका तो उसे अनहोनी की आशंका हुई।
इसके बाद उसने स्थानीय लोगों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा। जैसे ही दरवाजा खुला, अंदर का दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए। दुर्गा कमरे में फंदे से लटकी हुई थी। तत्काल इसकी सूचना परसुडीह थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की।
पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मृतका के भाई ने पुलिस को बताया कि दुर्गा पहले आठवीं कक्षा की छात्रा थी। हाल के दिनों में वह मानसिक तनाव में थी, हालांकि तनाव के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
परिवार वालों का कहना है कि दुर्गा सामान्य व्यवहार करती थी, लेकिन पिछले कुछ समय से वह कभी-कभी चुपचाप और गुमसुम रहने लगी थी। किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी। इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया है और घर में कोहराम मचा हुआ है।
परसुडीह थाना पुलिस ने बताया कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस परिवारजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है, ताकि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके। इस दुखद घटना के बाद पूरे मोहल्ले में शोक का माहौल है। स्थानीय लोगों ने किशोरी की असमय मौत पर गहरा दुख जताते हुए परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही घटना की वास्तविक वजह स्पष्ट हो सकेगी।