जमशेदपुर: नामचीन ज्वेलरी शोरूम की सुरक्षा में सेंध, फर्जी हथियार लाइसेंस पर ड्यूटी कर रहे थे निजी गार्ड

जमशेदपुर: शहर के सबसे व्यस्ततम और प्रतिष्ठित क्षेत्र साकची में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। छगनलाल दयाल जी ज्वेलर्स, तनिष्क ज्वेलर्स और सेनको ज्वेलर्स जैसे तीन प्रमुख आभूषण शोरूमों में तैनात निजी सुरक्षा गार्ड फर्जी हथियार लाइसेंस के सहारे ड्यूटी कर रहे थे।

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साकची पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जब इन दुकानों पर छापेमारी की गई, तो गार्ड लक्ष्मीकांत पांडेय, रामजी प्रधान और विनय कुमार राय सिर्फ हथियार लाइसेंस की फोटोकॉपी दिखा सके, मूल अनुज्ञप्ति नहीं दिखा पाए। शक गहराने पर उन्हें 10 दिनों की मोहलत दी गई, लेकिन तय समयसीमा बीतने के बाद भी वे वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने में विफल रहे।

इसके बाद पुलिस ने उनके दस्तावेजों को जांच के लिए उपायुक्त कार्यालय भेजा, हालांकि अभी तक रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सकी है। पुलिस को संदेह है कि न केवल लाइसेंस फर्जी हैं, बल्कि इस्तेमाल में लाए जा रहे हथियार भी अवैध रूप से खरीदे गए हैं।

पुलिस ने जब्त किए हथियारों में डबल बैरल शॉटगन और जिंदा कारतूस शामिल हैं, जो बिना वैध अनुमति के रखना कानूनन गंभीर अपराध है। इस मामले में साकची थाने में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक अभिनव कुमार के बयान पर शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

साकची थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने बताया कि, “मामले की गहन जांच की जा रही है। जरूरत पड़ी तो इन गार्डों की नियुक्ति करने वाली निजी सुरक्षा एजेंसियों और हथियारों की खरीद प्रक्रिया की भी जांच की जाएगी।”

इस खुलासे ने शहर के ज्वेलरी शोरूमों में सुरक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां करोड़ों की संपत्ति मौजूद रहती है, वहां यदि ऐसे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हथियारबंद गार्ड तैनात किए जा रहे हैं, तो यह न सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती है।