जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत साई मंदिर के पास उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब ट्रैफिक जांच के दौरान एक दंपती के साथ कथित अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया। इस घटना में स्कूटी सवार एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया और कुछ समय के लिए सड़क पर हंगामे की स्थिति बन गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आदित्यपुर निवासी विशाल कुमार अपनी पत्नी के साथ स्कूटी से सोनारी से आदित्यपुर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान बिष्टुपुर साई मंदिर के पास ट्रैफिक पुलिस द्वारा नियमित जांच की जा रही थी। जांच के दौरान विशाल कुमार ने हेलमेट नहीं पहन रखा था, जिस पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका। इसी दौरान विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई।
दंपती का आरोप है कि जांच के दौरान एक ट्रैफिक जवान ने विशाल कुमार को धक्का दे दिया, जिससे उनकी स्कूटी अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर गई। स्कूटी गिरने के कारण पीछे बैठी महिला सड़क पर गिर पड़ी और उन्हें गंभीर चोटें आईं। घायल महिला को आसपास मौजूद लोगों की मदद से तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार महिला की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन सिर और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।
घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद राहगीर और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ समय के लिए साई मंदिर के पास अफरा-तफरी का माहौल बन गया और यातायात भी प्रभावित हुआ। सूचना मिलने पर बिष्टुपुर ट्रैफिक प्रभारी राकेश सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालते हुए लोगों को शांत कराया।
ट्रैफिक प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि जांच में किसी भी पुलिसकर्मी की लापरवाही या गलत व्यवहार सामने आता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की।
इस घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रैफिक नियमों का पालन जरूरी है, लेकिन कानून के नाम पर आम जनता के साथ अमानवीय व्यवहार किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।