जमशेदपुर: शहरवासियों के लिए राहत की खबर आई है। गुरुवार शाम बिष्टुपुर थाना अंतर्गत रामदास भट्टा इलाके से अपहृत 8 वर्षीय आरिश गद्दी को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से सकुशल बरामद कर लिया गया है। अपहरणकर्ताओं ने सोशल मीडिया और पुलिस के सक्रिय प्रयासों से घबराकर बच्चे को एक थाने के बाहर छोड़ दिया और मौके से फरार हो गए। पुलिस ने बच्चे को अपनी सुरक्षा में ले लिया है और अब उसे वापस जमशेदपुर लाया जा रहा है।

आरिश बिष्टुपुर स्थित नरभेराम हंसराज पब्लिक स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र है। उसके पिता फिरदौस गद्दी इलेक्ट्रिशियन का काम करते हैं और परिवार रामदास भट्टा में रहता है। बताया गया कि गुरुवार शाम लगभग 6 बजे आरिश घर के पास खेल रहा था, लेकिन जब वह देर तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी।
तलाश के दौरान पास ही निर्माणाधीन भवन में काम कर रहे एक मजदूर ने बताया कि उसने आरिश को एक अजनबी व्यक्ति के साथ जाते हुए देखा था। इसके बाद परिवार और स्थानीय लोगों ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। कैमरा फुटेज में देखा गया कि एक व्यक्ति आरिश को शाम करीब 7:45 बजे अपने साथ ले जा रहा है।
परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और सोशल मीडिया पर भी बच्चे की तस्वीरें और जानकारी साझा की गईं। इसी बीच, एक महत्वपूर्ण सुराग गालूडीह टोल प्लाजा से मिला, जहां कर्मियों ने पुष्टि की कि बच्चे को एक कार में जाते देखा गया था। इसके बाद पुलिस और परिजनों ने खोज और तेज कर दी।
लगातार बढ़ते दबाव और सोशल मीडिया पर मामले के तूल पकड़ने के बाद अपहरणकर्ता बच्चे को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के एक थाने के बाहर छोड़कर भाग गए। पुलिस ने बच्चे को सकुशल अपनी सुरक्षा में ले लिया और उसकी पहचान सुनिश्चित करने के बाद परिवार को सूचित किया।
बिष्टुपुर थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चा अब पूरी तरह सुरक्षित है और मामले की जांच तेज कर दी गई है। अपहरणकर्ताओं की पहचान और गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। इस घटना ने न सिर्फ पुलिस की मुस्तैदी को दिखाया, बल्कि समाज की सामूहिक चेतना और सोशल मीडिया की शक्ति को भी उजागर किया है।
फिलहाल आरिश को जमशेदपुर लाया जा रहा है, जहां चिकित्सकीय जांच के बाद उसे परिवार को सौंपा जाएगा। परिवार के लोग राहत की सांस ले रहे हैं, लेकिन बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर अब विशेषज्ञों की सलाह ली जा रही है।