रांची: राज्य सरकार ने जमशेदपुर के मानगो को नया पुलिस अनुमंडल (“मानगो पुलिस अनुमंडल”) बनाने पर मुहर लगा दी है। सोमवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में संपन्न उच्चस्तरीय समिति की बैठक में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। इसके साथ ही मानगो अब पूर्वी सिंहभूम जिले का तीसरा पुलिस अनुमंडल बन गया है।

मुख्य सचिव ने बैठक में डीजीपी को निर्देश दिया कि राज्य के सभी जिलों में विधि-व्यवस्था की स्थिति और जरूरतों का आकलन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कराई जाए। उन्होंने कहा कि इससे अपराध ग्राफ, अपराध के ट्रेंड, मौजूदा संसाधन और अतिरिक्त आवश्यकताओं का समुचित डाटा उपलब्ध होगा। साथ ही, अपराधों की रोकथाम के लिए संसाधनों का बेहतर वितरण सुनिश्चित हो सकेगा।
गृह सचिव वंदना डाडेल ने बताया कि मानगो क्षेत्र में आर्थिक अपराध, नारकोटिक्स से जुड़े मामले और अन्य गंभीर आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हो रही थी। इसी वजह से इस इलाके को नया अनुमंडल बनाना आवश्यक हो गया था। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने जानकारी दी कि जमशेदपुर (मुख्यालय) और पटमदा पुलिस अनुमंडल से जुड़े उत्क्रमित थाना मानगो, आजादनगर और ओलीडीह ओपी को काटकर मानगो पुलिस अनुमंडल का गठन किया जाएगा।
वित्त सचिव प्रशांत कुमार और कार्मिक सचिव प्रवीण टोप्पो ने अपने-अपने विभाग से जुड़े मुद्दे रखते हुए प्रस्ताव का अनुमोदन कराया। इस महत्वपूर्ण बैठक में राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव चंद्रशेखर, ग्रामीण विकास सचिव के श्रीनिवासन और आईजी नरेन्द्र कुमार सिंह भी मौजूद थे।
मानगो के पुलिस अनुमंडल बनने से न सिर्फ अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी, बल्कि तेजी से बढ़ती जनसंख्या और घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में बेहतर कानून व्यवस्था की उम्मीद भी बढ़ गई है।