जमशेदपुर: शहर की प्रतिष्ठित धार्मिक व सामाजिक संस्था श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमिटी, देवनगर बाराद्वारी में इस वर्ष बड़ा बदलाव हुआ है। संस्था की पुरानी कमिटी को भंग कर नई कमिटी का सर्वसम्मति से गठन किया गया। इस चुनावी प्रक्रिया में सभी सदस्यों ने एकजुटता का परिचय देते हुए रवि जयसवाल को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी।

बैठक का माहौल पूरी तरह सौहार्दपूर्ण और उत्साहजनक रहा। किसी प्रकार का विवाद या असहमति सामने नहीं आई। सभी सदस्यों ने एकमत से निर्णय लेते हुए नए अध्यक्ष के रूप में रवि जयसवाल का चयन किया। उनके चयन पर उपस्थित पदाधिकारियों और स्थानीय नागरिकों ने प्रसन्नता व्यक्त की और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में संस्था और अधिक सक्रिय व संगठित होगी।
अध्यक्ष चुने जाने के बाद रवि जयसवाल ने अपने संबोधन में कहा, “कमिटी ने जो विश्वास और भरोसा मुझ पर जताया है, उसके लिए मैं दिल से आभारी हूँ। यह मेरे लिए केवल एक पद नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी है। मेरा प्रयास रहेगा कि दुर्गा पूजा जैसे महापर्व को और भव्य, अनुशासित और समाजोपयोगी तरीके से आयोजित किया जाए। साथ ही सामाजिक कार्यों में भी हमारी कमिटी सक्रिय भूमिका निभाए।”
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में कमिटी पूजा पंडाल को केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं रखेगी, बल्कि इसे सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनाने का प्रयास करेगी। विशेष रूप से युवाओं को समिति से जोड़ने और उनकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने के लिए कई नई योजनाएँ बनाई जाएंगी।
बैठक में मौजूद अन्य सदस्यों ने भी कहा कि नए नेतृत्व के साथ संस्था निश्चित रूप से और अधिक मजबूत व संगठित होगी। लोगों ने विश्वास जताया कि रवि जयसवाल की अगुवाई में दुर्गा पूजा आयोजन न सिर्फ शहर में आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणादायक कार्यों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ नागरिकों, पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों की उपस्थिति रही। इनमें प्रमुख रूप से नागेश प्रसाद, राजेश सिंह, पप्पु सिंह, राजेश कुमार, अजय दास उर्फ बाबू, सुशील ठाकुर, उपेन्द्र यादव, विक्की मेहर, अमित कुमार मिश्रा, विकास सिंह, राजेश वर्मा, शंकर यादव, पिंटू साव, दीपक कुमार, बिट्टू कुमार, अनिल वर्मा, विशाल सिंह, गुलु कुमार और राजीव चौधरी सहित अन्य लोग शामिल थे।
नए अध्यक्ष के नेतृत्व में समिति की आगामी योजनाओं को लेकर लोगों में उत्सुकता और आशा का वातावरण है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार दुर्गा पूजा उत्सव और अधिक भव्यता, अनुशासन और सामाजिक सहभागिता के साथ आयोजित किया जाएगा।