जमशेदपुर के साकची से एग्रिको और काशीडीह की ओर जाने वाली सड़क की स्थिति दिनोंदिन बदतर होती जा रही है। पिछले दो वर्षों से सड़क के बीचों-बीच बांस लगाकर अस्थाई बैरिकेडिंग की गई है, जिससे सड़क की चौड़ाई बेहद कम हो गई है। इसका सीधा असर आमजनों पर पड़ रहा है। आए दिन इस मार्ग पर जाम की स्थिति बनती है और दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं।

इस मामले पर जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने गुरुवार को सड़क का जायजा लिया। बताया कि इस समस्या को लेकर वह उपायुक्त (DC) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से मिल चुकी हैं। टाटा स्टील के अधिकारियों से भी कई दौर की बातचीत हो चुकी है। लिखित रूप में भी पत्र सौंपे गए हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं की गई। विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा कि अब वह टाटा स्टील के खिलाफ सड़क पर कटोरा लेकर धरना देंगी। क्योंकि, टाटा स्टील उनसे कह रही है कि उसके पास सीएसआर के तहत फंड नहीं है। विधायक ने टाटा स्टील पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा है कि टाटा स्टील के पास महागठबंधन के विधायकों के लिए पैसे हैं। मगर, भाजपा विधायकों के लिए फंड नहीं होने का बहाना बनाया जाता है। विधायक ने कहा कि साकची से एग्रिको जाने वाली सड़क जर्जर हो रही है। इसके किनारे नाले टूट रहे हैं। इसकी मरम्मत की जानी चाहिए।
विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा कि जिस हिस्से की बात हो रही है वह टाटा स्टील क्षेत्र में आता है और कंपनी को CSR फंड (Corporate Social Responsibility) से इस सड़क का चौड़ीकरण करना चाहिए। लेकिन कंपनी का कहना है कि फिलहाल सीएसआर फंड में पैसा नहीं है।
इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए विधायक ने सवाल उठाया कि “जब सीएसआर फंड में पैसा नहीं है, तो आप झामुमो और कांग्रेस के विधायकों को फुटबॉल, जर्सी, किट कैसे दे रहे हैं? हमारे अनुरोध पर ना महिलाओं को कराटे किट दी गई, ना ही बच्चों को फुटबॉल मैट और अन्य जरूरी संसाधन। क्या भाजपा विधायकों की मांगों को नजरअंदाज करना ही नीति बन गई है?” उन्होंने दो दिन पहले की एक घटना का भी जिक्र किया, जिसमें कम चौड़ाई के कारण एक डंपर नाला में पलट गया, जिससे बड़ी दुर्घटना होते-होते टल गई। विधायक पूर्णिमा साहू ने अंत में कहा कि यदि इस सड़क समस्या का समाधान जल्द नहीं किया गया तो वे 7 अगस्त से धरने पर बैठेंगी।