जमशेदपुर: गुमनाम आत्माओं को मिला सम्मान, प्रवीण सेठी के अंत्योदय अभियान ने रचा मिसाल

जमशेदपुर में सामाजिक सरोकार को नई दिशा देने वाले अभियान “अंत्योदय एक अभियान” द्वारा रविवार को एक अनूठा और भावनात्मक आयोजन किया गया। पितृ पक्ष की अमावस्या के अवसर पर पार्वती श्मशान घाट में अब तक किए गए 470 शवों के सम्मानजनक अंतिम संस्कार के बाद सामूहिक पिंडदान और हवन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके साथ ही 1000 लोगों के बीच श्राद्ध भोज का आयोजन किया गया, जिसमें आम लोगों से लेकर समाजसेवी संस्थाओं तक की बड़ी संख्या में सहभागिता रही।

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इस विशेष अवसर पर अंत्योदय एक अभियान के संस्थापक और पत्रकार प्रवीण सेठी ने बताया कि यह पहल गणेश चतुर्थी 2022 से शुरू की गई थी। इस अभियान का उद्देश्य उन लावारिस शवों का अंतिम संस्कार पूरे विधि-विधान और सम्मान के साथ करना है, जिनका कोई सहारा नहीं होता। साथ ही ऐसे गरीब और असमर्थ परिवारों की मदद करना है जो आर्थिक तंगी की वजह से अपने परिजनों का संस्कार सही तरीके से नहीं कर पाते। अब तक इस पहल के तहत 470 शवों का संस्कार पूरी श्रद्धा और मर्यादा के साथ किया जा चुका है।

 

कार्यक्रम के दौरान पार्वती श्मशान घाट प्रबंधक समिति और वहां कार्यरत कर्मचारियों की भूमिका की भी सराहना की गई। समिति और कर्मचारियों को इस अवसर पर सम्मानित किया गया। आयोजन में जमशेदपुर विमंस क्लब के पदाधिकारी, अंत्योदय एक अभियान के सदस्य और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

 

प्रवीण सेठी ने जानकारी दी कि कोई भी व्यक्ति यदि लावारिस शव या फिर ऐसे गरीब परिवार की जानकारी देना चाहता है, जो अंतिम संस्कार करने में सक्षम नहीं है, तो वह 9204886232 या 7004813335 पर संपर्क कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह धरती का एक ऐसा पुण्य कार्य है, जिसकी तुलना किसी अन्य कार्य से नहीं की जा सकती।

 

श्राद्ध भोज के दौरान वातावरण पूरी तरह श्रद्धा और मानवीय मूल्यों से ओतप्रोत रहा। लोगों ने कहा कि इस तरह की पहल समाज में मानवीय संवेदनाओं को जीवित रखने का कार्य करती है। यह आयोजन न केवल दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए था, बल्कि समाज को भी यह संदेश देने के लिए था कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है।