झारखण्ड: डीसी बने हीरो, चढ़े जलमीनार — पानी है या नहीं, खुद कर दी टंकी की जांच

गिरिडीह: जहां आमतौर पर अधिकारी फाइलों में विकास देखते हैं, वहीं गिरिडीह के नए उपायुक्त रामनिवास यादव ने लोगों को दिखा दिया कि असली काम ज़मीन पर (या इस बार कहें तो टंकी पर) उतरकर कैसे होता है! मंगलवार को जमुआ प्रखंड के तारा पंचायत का दौरा करते हुए डीसी ने आम बागवानी, बिरसा सिंचाई कूप और सौर ऊर्जा संचालित जलमीनार जैसी योजनाओं का निरीक्षण किया। लेकिन तब सब हैरान रह गए जब डीसी ने बिना किसी हिचक के वाटर टावर पर चढ़ना शुरू कर दिया। अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों की आंखें खुली की खुली रह गईं और ग्रामीण तालियां बजाने लगे।

Trulli

फिल्मी स्टाइल में इंस्पेक्शन!

डीसी रामनिवास यादव का यह अंदाज लोगों को 90 के दशक की अनिल कपूर की फिल्म ‘नायक’ की याद दिला गया — फर्क बस इतना कि ये असली जिंदगी का नायक था। टंकी पर चढ़कर उन्होंने खुद देखा कि पानी की आपूर्ति हो रही है या नहीं।

लोगों से की सीधी बात, योजनाओं पर सीधा फोकस

निरीक्षण के बाद डीसी ने ग्रामीणों से संवाद किया और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जागरूक किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “सरकारी योजनाओं का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना है।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी योजनाओं का पारदर्शी, समयबद्ध और भेदभाव रहित क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।

लोगों की प्रतिक्रिया:

स्थानीय लोग डीसी के इस जमीनी और दमदार अंदाज के कायल हो गए हैं। गांव के एक बुजुर्ग ने कहा — “हमने ऐसा डीसी पहली बार देखा, जो खुद देखने आया कि पानी आ रहा है या नहीं। अब लगेगा कि सच में कुछ बदल सकता है।”