जस्टिस महेश शरदचंद्र सोनक होंगे झारखंड हाई कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश

रांची: झारखंड हाई कोर्ट को जल्द ही नया मुख्य न्यायाधीश मिलने जा रहा है। बॉम्बे हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस महेश शरदचंद्र सोनक को झारखंड हाई कोर्ट का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने उनके नाम की अनुशंसा केंद्र सरकार को भेज दी है। औपचारिक अधिसूचना जारी होने के बाद जस्टिस सोनक झारखंड हाई कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे।

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जस्टिस महेश शरदचंद्र सोनक वर्तमान में बॉम्बे हाई कोर्ट के दूसरे वरीयतम न्यायाधीश हैं। वह झारखंड हाई कोर्ट के मौजूदा चीफ जस्टिस जस्टिस तरलोक सिंह चौहान का स्थान लेंगे, जो आगामी 8 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनके कार्यकाल के समाप्त होने के बाद झारखंड हाई कोर्ट में नेतृत्व परिवर्तन होगा।

 

जस्टिस सोनक का न्यायिक करियर अत्यंत समृद्ध और विविध अनुभवों से भरा रहा है। उन्होंने अपने विधिक जीवन में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, सेवा कानून, श्रम कानून और प्रशासनिक कानून जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रभावशाली भूमिका निभाई है। न्यायिक निष्पक्षता, स्पष्ट निर्णय और विधि की गहन समझ के लिए उन्हें जाना जाता है।

 

उन्हें 21 जून 2013 को बॉम्बे हाई कोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद उनके कार्य और योग्यता को देखते हुए उन्हें स्थायी न्यायाधीश बनाया गया। बॉम्बे हाई कोर्ट में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण और दूरगामी प्रभाव वाले फैसले सुनाए हैं, जिनकी सराहना विधिक जगत में होती रही है।

 

कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि जस्टिस सोनक के मुख्य न्यायाधीश बनने से झारखंड हाई कोर्ट को एक अनुभवी, संतुलित और संवेदनशील नेतृत्व मिलेगा। उनके अनुभव का लाभ लंबित मामलों के निपटारे, न्यायिक सुधारों और न्याय प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ करने में मिलेगा।

 

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के बाद केंद्र सरकार द्वारा नियुक्ति को अंतिम रूप दिया जाता है। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद राष्ट्रपति द्वारा नियुक्ति की अधिसूचना जारी की जाती है।

 

झारखंड के विधिक जगत, अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों में जस्टिस महेश शरदचंद्र सोनक की प्रस्तावित नियुक्ति को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि उनके नेतृत्व में झारखंड हाई कोर्ट न्यायिक उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को छुएगा।