कोलकाता में 40 साल बाद रिकॉर्ड बारिश, जलजमाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 7 की मौत

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और आसपास के जिलों में सोमवार रात से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण यह भारी बारिश हो रही है। बारिश मंगलवार को भी लगातार जारी रही, जिसके चलते शहर की कई सड़कों और घरों के बाहर तालाब जैसी स्थिति बन गई।

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अब तक बारिश से जुड़े हादसों में सात लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कोलकाता पुलिस के मुताबिक, मंगलवार सुबह 5.15 बजे हुसैन शाह रोड पर करंट लगने से जितेंद्र सिंह की मौत हो गई। वहीं, बेनियापुकुर के फिरोज अली खान, नेताजी नगर निवासी प्राणतोष कुंडू और एकबालपुर की रहने वाली मुमताज बीबी की मौत हुई है। इसके अलावा दो अन्य लोगों ने भी करंट लगने से दम तोड़ दिया।

कोलकाता नगर निगम के अनुसार, गरिया कमदहारी इलाके में 332 मिमी और जोधपुर पार्क इलाके में 285 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने जानकारी दी कि पिछले 24 घंटे में 251.4 मिमी बारिश हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोलकाता में लगभग 40 साल बाद इतनी भीषण बारिश देखी गई है। इससे पहले 28 सितंबर 1978 को 370 मिमी और 26 सितंबर 1986 को 260 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।

भारी बारिश ने यातायात व्यवस्था को पूरी तरह ठप कर दिया है। शहर की सड़कों पर पानी भर जाने से वाहनों की आवाजाही बाधित हुई है। रेल, सड़क और मेट्रो सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। हवाई सेवा पर भी इसका असर पड़ा है और अब तक 30 से अधिक फ्लाइट्स को रद्द किया जा चुका है।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी भारी बारिश के आसार जताए हैं। इस वजह से दुर्गा पूजा की तैयारियों पर भी असर पड़ा है, क्योंकि कई पंडालों और पूजा स्थलों में पानी भर गया है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है।