जमशेदपुर: झारखंड की राजनीति में गुरुवार को एक बड़ा सियासी धमाका हुआ, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में शामिल हो गए। इस राजनीतिक घटनाक्रम ने पूर्वी सिंहभूम जिले की राजनीति में नया समीकरण खड़ा कर दिया है, खासकर ऐसे समय में जब घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की तैयारियां पूरे जोर पर चल रही हैं।

झामुमो की सदस्यता ग्रहण करने वालों में पूर्वी सिंहभूम जिला परिषद के उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, भाजपा के पूर्व ग्रामीण जिला अध्यक्ष सह प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सौरभ चक्रवर्ती, जिला परिषद सदस्य खगेन महतो, घाटशिला भाजपा मंडल अध्यक्ष कौशिक सिन्हा, मुसाबनी के पूर्व मंडल अध्यक्ष तुषार पात्रों, भाजपा मीडिया प्रभारी सुरेश महाली और जमशेदपुर जंबू अखाड़ा अध्यक्ष बंटी सिंह शामिल हैं।
इन सभी नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करकमलों से झामुमो की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी और जिला परिषद अध्यक्षा श्रीमती बारी मुर्मू भी कार्यक्रम में उपस्थित थीं। समारोह में शामिल कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने पार्टी में नए साथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया के माध्यम से नए साथियों का स्वागत करते हुए कहा, > “झामुमो जनता की भावनाओं की पार्टी है। पूर्वी सिंहभूम के सम्मानित नेता अब झामुमो परिवार का हिस्सा बन गए हैं। जनता का आशीर्वाद ही हमारी असली ताकत है।”
उन्होंने कहा कि झामुमो सदैव झारखंड की अस्मिता, आदिवासी सम्मान और समान विकास के लिए समर्पित रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि घाटशिला उपचुनाव में जनता झामुमो को भारी बहुमत से जीत दिलाकर राज्य में विकास और स्थिरता की दिशा में अपना समर्थन जताएगी।
झामुमो के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं का विश्वास खो चुकी है। उन्होंने कहा, “राज्य में भाजपा की नीतियों से असंतोष बढ़ रहा है। झामुमो के नेतृत्व में झारखंड में विकास, रोजगार और सामाजिक न्याय की दिशा में ठोस पहल हो रही है। जनता बदलाव चाहती है और यही कारण है कि भाजपा के नेता अब झामुमो का दामन थाम रहे हैं।
वहीं, जिला परिषद अध्यक्षा बारी मुर्मू ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में नई ऊर्जा और समानता की भावना मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा कि झामुमो अब सिर्फ एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि झारखंड की जनता की आकांक्षाओं का प्रतीक बन चुका है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा से आए इन वरिष्ठ नेताओं के जुड़ने से झामुमो को पूर्वी सिंहभूम में संगठनात्मक स्तर पर मजबूती मिलेगी। इससे न केवल घाटशिला उपचुनाव में पार्टी की स्थिति सशक्त होगी, बल्कि जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं में भी उत्साह बढ़ेगा।